भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) चाहती है कि क्रिप्टो या नॉन-फंजिबल टोकन (एनएफ टी) जैसी वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों (वीडीए) से संबंधित विज्ञापनों और प्रचारों पर यह संदेश प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाए कि 'क्रिप्टो उत्पाद और एनएफटी पर कोई नियमन नहीं है और यह अत्यधिक जोखिम से भरा हो सकता है। इस तरह के लेनदेन में किसी भी तरह के नुकसान की स्थिति के लिए नियामक कोई मदद नहीं कर सकता है।' यह देखते हुए कि वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों से जुड़े विज्ञापन में उनके जोखिमों का पर्याप्त रूप से खुलासा नहीं किया जाता है, ऐसे में एएससीआई ने इस तरह के विज्ञापन के लिए दिशानिर्देश तैयार किए हैं। दिशानिर्देश बुधवार को जारी किए गए। ये दिशानिर्देश 1 अप्रैल, 2022 को या उसके बाद जारी की गई सभी वर्चुअल डिजिटल संपत्ति से संबंधित विज्ञापनों पर लागू होंगे। एएससीआई के अनुसार, वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों और सेवाओं के लिए सभी विज्ञापनों को इन दिशानिर्देशों के पालन करने की आवश्यकता है, मसलन वीडीए उत्पादों और वीडीए एक्सचेंजों के लिए सभी विज्ञापनों में यह डिसक्लेमर लगा होना चाहिए कि क्रिप्टो उत्पाद और एनएफटी अनियमित हैं और ये जोखिम से भरे हो सकते हैं और इसके लेनदेन से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए नियामक मददगार नहीं हो सकता है। एएससीआई का कहना है कि इस तरह के डिसक्लेमर के लिए इस तरह पेश किए जाने चाहिए ताकि एक औसत उपभोक्ता भी इन संदेशों को नजरअंदाज न कर पाए। इस नियम के मुताबिक प्रिंट में विज्ञापन के निचले भाग में विज्ञापन स्थान के कम से कम पांचवें हिस्से के बराबर जगह में इस डिस्क्लेमर के लिए जगह होनी चाहिए जहां संदेश आसानी से पढऩे वाले फॉन्ट में एक सादे पृष्ठभूमि में लिखे जाने चाहिए। वहीं वीडियो में, डिसक्लेमर विज्ञापन के अंत में रखा जाना चाहिए और इसके टेक्स्ट के साथ ही इसमें वॉयसओवर भी होना चाहिए। वॉयसओवर बोलने की सामान्य गति के साथ इसमें जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। दो मिनट से अधिक लंबे वीडियो के मामले में डिसक्लेमर वीडियो की शुरुआत में और अंत में दोहराया जाना चाहिए। डिसक्लेमर कम से कम पांच सेकंड के लिए स्क्रीन पर दिखना चाहिए। ऑडियो विज्ञापनों में डिसक्लेमर विज्ञापन के अंत में ही बोला जाना चाहिए। वॉयसओवर बोलने की एक सामान्य गति के आधार पर ही होनी चाहिए और जल्दबाजी में नहीं होनी चाहिए। वहीं 90 सेकंड से अधिक लंबे ऑडियो के मामले में भी डिसक्लेमर ऑडियो की शुरुआत और अंत में दोहराई जानी चाहिए। वहीं सोशल मीडिया पोस्ट में इस तरह के डिसक्लेमर को कैप्शन के साथ-साथ किसी भी तस्वीर या वीडियो अटैचमेंट में दिया जाना चाहिए। जिन प्रारूपों में जहां अक्षरों की सीमा होती है वहां भी संक्षिप्त डिसक्लेमर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए मसलन 'क्रिप्टो उत्पाद और एनएफटी पर कोई नियमन नहीं है और यह जोखिम भरा है।' इसके बाद इसके पूरे डिसक्लेमर के लिए एक लिंक होता है। इसके अलावा डिक्लेमर विज्ञापन की प्रमुख भाषा में दिया जाना चाहिए। क्या कहते हैं दिशानिर्देश'मुद्रा', 'प्रतिभूतियों', 'संरक्षक' और 'डिपॉजिटरी' जैसे शब्दों का इस्तेमाल वीडीए उत्पादों या सेवाओं के विज्ञापनों में नहीं किया जा सकता है क्योंकि उपभोक्ता इन शर्तों को विनियमित उत्पादों के साथ जोड़ कर देखते हैं विज्ञापनों में निहित जानकारी उन सूचनाओं या चेतावनियों का खंडन नहीं करेगी जो विनियमित संस्थाएं समय-समय पर वीडीए उत्पादों की मार्केटिंग में ग्राहकों को देती हैं वीडीए उत्पादों की लागत या लाभ के बारे में जानकारी देने वाले विज्ञापनों में स्पष्ट, सटीक, पर्याप्त और अद्यतन जानकारी होगी। उदाहरण के लिए, 'शून्य लागत' में उन सभी लागतों को शामिल करने की आवश्यकता होगी जो उपभोक्ता को की गई पेशकश या लेनदेन से जुड़े हो सकते हैं पिछले प्रदर्शन से जुड़ी जानकारी आंशिक या पक्षपातपूर्ण तरीके से नहीं दी जाएगी। 12 महीने से कम की अवधि के लिए रिटर्न शामिल नहीं किया जाएगा। वीडीए उत्पादों के लिए हर विज्ञापन को स्पष्ट रूप से विज्ञापनदाता का नाम देना चाहिए और उनसे संपर्क करने का एक आसान तरीका मिलना चाहिए (फोन नंबर या ईमेल)। इस जानकारी को इस तरह से पेश किया जाना चाहिए ताकि औसत उपभोक्ता आसानी से समझ सके वीडीए उत्पादों या एक्सचेंजों में कोई विज्ञापन एक नाबालिग या जो एक नाबालिग की तरह दिखता हो उसे नहीं दिखाया जा सकता है या उसे उत्पाद के साथ जुडऩे या उत्पाद के बारे में बात करते हुए नजर नहीं आना चाहिए
