मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने आज कहा कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सामान्य रह सकता है, जिसका मतलब है कि यह लंबी अवधि के औसत (एलपीए) के 96 से 104 फीसदी के सामान्य दायरे में रहेगा। हालांकि ये शुरुआती अनुमान हैं। जून से शुरू होने वाले चार महीनों के दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का एलपीए 881 मिलीमीटर है। स्काईमेट ने एक बयान में कहा, 'हर साल मॉनसून के आगमन, तीव्रता, अवधि और वापसी में काफी अंतर रहता है। ऐसे में अभी इन सभी पहलुओं का पता लगाना और अनुमान व्यक्त करना जल्दबाजी होगी। लेकिन उन चार महीनों में मॉनसून की स्थिति की शुरुआती झलक पेश करने वाले संकेत मौजूद हैं।' एजेंसी ने कहा कि लगातार पिछले दो मॉनसून सीजन में नजर आने वाला ला नीना सिकुडऩे लगा है। इसका मतलब है कि 2022 में ला नीना कमजोर पडऩे लगेगा और बाद में बेअसर हो जाएगा। इसके अलावा भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में नकारात्मक समुद्री सतह तापमान की विसंगतियां भी कमजोर पड़ रही हैं। पूर्वानुमान एजेंसी ने कहा कि इस मौसम में प्रशांत महासागर के तापमान में बढ़ोतरी तो होगी मगर तटस्थ सीमा के भीतर रहेगी। साथ ही सामान्य से अधिक या अतिरिक्त बारिश नहीं होगी मगर मॉनसूर में बड़ी कमीबेशी के भी आसार नहीं हैं। स्काईमेट ने कहा कि अभी जुटाए गए आंकड़ों को साझा करना जल्दबाजी होगी, लेकिन ये शुरुआती रुझान जारी करने के लिए पर्याप्त हैं।
