बैंकों ने जमा दरों में वृद्घि का चक्र किया सक्रिय | सुब्रत पांडा / मुंबई February 20, 2022 | | | | |
भारतीय स्टेट बैंक और एचडीएफसी सहित देश में वाणिज्यिक बैंकों ने अपने जमा दरों को संशोधित करते हुए इसमें 5-15 आधार अंकों का इजाफा किया है। इससे संकेत मिलता है कि ऋण की मांग बढऩे से ब्याज दर चक्र फिर से सक्रिय हो गया है।
10 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति जारी होने के बाद से चार बैंकों ने जमा दरों में इजाफा किया है। इनमें एसबीआई और एचडीएफसी के अलावा यूको बैंक और सेंट्रल बैंक शामिल हैं। एक ओर जहां बैंकों ने जमा दरों में इजाफा किया है वहीं निकट भविष्य में उधारी दरों में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं है। बैंकरों का कहना है कि यह मौद्रिक नीति के रुख पर निर्भर करता है।
देश के सबसे बड़े ऋणदाता एसबीआई ने विभिन्न अवधियों में अपनी सावधि जमा दरों में 10 से 15 आधार अंकों का इजाफा किया है जो 15 फरवरी से प्रभावी है।
संशोधित दरों के मुताबिक 2 करोड़ रुपये से कम के टर्म जमा पर 5.2 फीसदी का ब्याज दिया जाएगा जो पहले 2-3 साल की अवधि के लिए 5.1 फीसदी था। 3-5 साल की अवधि में इसी रकम पर 5.45 फीसदी का ब्याज मिलेगा जो पहले 5.3 फीसदी था। इसके अलावा, 5 से 10 साल की अवधि में 2 करोड़ रुपये के टर्म जमा पर ब्याज में 10 आधार अंकों का इजाफा किया गया है।
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने भी अपने सावधि जमा दरों को संशोधित कर इसमें इजाफा किया है जो 14 फरवरी से प्रभावी हो गया है।
बैंक ने एक वर्ष की अवधि के 2 करोड़ रुपये से कम के सावधि जमाओं पर ब्याज में 10 आधार अंकों का इजाफा करते हुए इसे 4.9 से बढ़कार 5 फीसदी कर दिया है। साथ ही, 3 से 5 वर्ष की अवधि में ब्याज दर को 5 आधार अंक बढ़ाकर 5.45 फीसदी किया गया है। हालांकि, अन्य अवधियों के दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
रिजर्व बैंक ने उदार रुख को बनाए रखते हुए सुपर डोविश नीति दिया जिसके बाद बॉन्ड प्रतिफल में नरमी आई। इसके बावजूद इन ऋणदाताओं ने ब्याज दरों में इजाफा किया।
बुधवार को रिजर्व बैंक की तरफ से जारी किए गए मासिक बुलेटिन में कहा गया कि आर्थिक रिपोर्ट की स्थिति से पता चलता है कि देश में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) ब्याज दरों के मोर्चे पर बदलाव के बिंदु पर हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि ऋण की मांग में इजाफा होने के साथ ही जमाओं में कम वृद्घि ने बैंकों को जमा दरों में इजाफा करने पर मजबूर किया।
इक्रा के उपाध्यक्ष और क्षेत्र प्रमुख अनिल गुप्ता ने जमा दरों में इजाफे पर कहा, 'इससे संकेत मिलता है कि बैंकों को लगता है कि आगामी महीनों में ऋण की मांग बढ़ेगी।'
बैंकबाजारडॉटकॉम के मुख्य कार्याधिकारी आदिल शेट्टी ने कहा, 'सावधि जमा दरों में धीरे धीरे इजाफा हो रहा है वहीं यह समझना आवश्यक है कि दरों में धीरे धीरे और छोटे उपायों में इजाफा होने की उम्मीद है।'
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