प्रतिफल में दबाव का असर दिसंबर तिमाही के दौरान प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति कंपनियों (एएमसी) के मुनाफे पर पड़ा है, जिससे विश्लेषकों को अपने आय अनुमानों और कीमत लक्ष्यों में कटौती के लिए बाध्य होना पड़ा है। राजस्व में शानदार वृद्घि के बावजूद चार सूचीबद्घ एएमसी में से तीन फंड हाउसों के शुद्घ लाभ में 3 से 18 प्रतिशत के बीच गिरावट दर्ज की गई। हाल में सूचीबद्घ आदित्य बिड़ला सनलाइफ एएमसी हालांकि मुनाफे में 27 प्रतिशत की वृद्घि के साथ इस रुझान को मात देने में सफल रही। हालांकि उसे कर्मचारी शेयर विकल्प योजना प्रावधान में बदलाव से जूझना पड़ा। इसलिए मुनाफे पर दबाव कैसे पड़ा है? नियामकीय बदलावों, कम प्रतिफल वाली पैसिव योजनाओं की वृद्घि और बाजार भागीदारी बढ़ाने के लिए वितरक कमीशन में वृद्घि ऐसे कुछ कारक हैं जिनसे प्रतिफल पर दबाव पड़ रहा है।बाजार नियामक सेबी ने कम टोटल एक्सपेंस रेशियो (टीईआर) में कमी लाकर और निवेशक अनुभव सुधारने की लागत घटाने के लिए कई बदलाव किए हैं। इसका असर दिसंबर में समाप्त हुई तिमाही के दौरान चार एएमसी की वित्तीय स्थिति पर स्पष्टï दिखा था। विश्लेषकों को प्रतिफल पर दबाव बरकरार रहने के आसार हैं, भले ही इसका कुछ असर प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों में अच्छी वृद्घि के जरिये समायोजित हो जाएगा।निप्पॉन एएमसी पर एक ताजा रिपोर्ट में सीएलएसए ने कहा, 'प्रबंधन ने विभिन्न कारणों की वजह से प्रतिफल दबाव को रेखांकित किया है, जिनमें योजना आकार में वृद्घि से टीईआर में कमी आना, पूर्व नियामकीय बदलावों की वजह से नई एयूएम के कम लाभ, और अधिक प्रतिस्पर्धा से वितरक कमीशन में तेजी आना मुख्य रूप से शामिल हैं।' म्युचुअल फंडों को सेल्स, मार्केटिंग, एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपेंसिव, ट्रांजेक्शन कोस्ट, इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट फीस, और रजिस्ट्रार फीस जैसी एमएफ योजना प्रबंधन के लिए खास परिचालन खर्च वसूलने की अनुमति है।किसी एमएफ योजना के प्रबंधन के लिए ऐसी सभी लागत को टीईआर के तौर पर संदर्भित किया गया है, जो फंड की दैनिक शुद्घ परिसंपत्ति का प्रतिशत है। अधिकतम टीईआर के साथ कोई एमएफ शुल्क घट सकता है। इसलिए, जहां छोटी इक्विटी के फंड 2.25 प्रतिशत जैसे टीईआर का शुल्क वसूल सकते हैं, वहीं अधिकतम टीईआर उस इक्विटी फंड के मामले में घटकर महज 1.05 प्रतिशत रह जाता है, जिसमें एयूएम 50,000 करोड़ रुपये से अधिक हो।पिछले कुछ महीनों में एमएफ उद्योग की परिसंपत्तियों में भारी तेजी दर्ज की गई, क्योंकि निवेशकों ने अस्थिरता के बावजूद लगातार निवेश किया। तीसरी तिमाही में इक्विटी परिसंपत्तियां 13.33 लाख करोड़ रुपये पर दर्ज की गईं, जो मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 12.79 लाख करोड़ रुपये पर थीं। प्रतिफल पर दबाव को निर्मल बांग ने एचडीएफसी एएमसी की रेटिंग में कमी की है और उसका कीमत लक्ष्य घटाया है। उसने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में कहा है, 'भले ही इक्विटी एययूएमम की भागीदारी बढ़ सककती है, लेकिन प्रतिफल पर प्रतिस्पर्धी दबाव से लाभ की भरपाई हो सकती है। विभिन्न समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने अपने आय मल्टीपल को घटाकर 30 गुना (वित्त वष्र्ष 2024ई की पहली छमाही) कर दिया है और अपने टीपी को घटाकर 2,516 रुपये कर दिया है।'
