बोफा सिक्योरिटीज ने दिसंबर 2022 के लिए निफ्टी का लक्ष्य संशोधित कर 19,100 से 17,000 कर दिया है और इस तरह से ब्रोकरेज ने ब्याज दरों व बॉन्ड प्रतिफल में बढ़ोतरी के जोखिम को समाहित किया है। ब्रोकरेज ने कहा कि अब उसे फेड की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी का तेज चक्र शुरू होने की आशंका है। बोफा ने एक नोट में कहा, हमारे अमेरिकी अथशास्त्री अब कैलेंडर वर्ष 2022 मेंं सात बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका जता रहे हैं, जो मार्च 2022 से शुरू होगा। इसके अलावा कैलेंडर वर्ष 2023 मेंं चार बार 25-25 आधार अंकों की बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही मार्च में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी, जुलाई में 100 आधार अंक आदि को लेकर भी चिंता है। भारत में हम मानकर चल रहे हैंं कि आरबीआई मार्च 2023 तक ब्याज दरों में 100 आधार अंकों का इजाफा करेगा। नोट में कहा गया है, ब्याज दरों में इजाफे का चक्र शुरू होने से पहले लंबी अवधि के औसत पर रहा बाजार का मूल्यांकन घटेगा। इसमें कहा गया है, मौजूदा बाजार मूल्यांकन को देखते हुए हमें लगता है कि मूल्यांकन में कमी संभावित है। हालांकि नोट में यह भी कहा गया है कि आरबीआई या फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी के दौरान भी भारतीय बाजारों ने सकारात्मक रिटर्न दिया है, जिसे आय में बढ़ोतरी का सहारा मिला। नोट में कहा गया है, हमारा मानना है कि भारतीय कंपनियों की आय नॉमिनल जीडीपी की रफ्तार को ढांचागत तौर पर पीछे छोड़ सकती है, जिसकी अगुआई कई साल के पूंजीगत खर्च/क्रेडिट की रफ्तार/स्टार्टअप साइकल व बढ़त केंद्रित राजकोषीय व मौद्रिक नीतियां करेंगी। भारत में कैलेंडर वर्ष 2022 के दौरान आय उभरते बाजारों में सबसे अच्छी रहने की संभावना है।
