दिल्ली: थमी कोरोना की रफ्तार, प्रतिबंधों में ढील मिलने की आस | बीएस संवाददाता / February 14, 2022 | | | | |
दिल्ली में कोरोना की रफ्तार अब थम गई है। संक्रमण दर और कोरोना मामलों में काफी राहत मिल चुकी है। कोरोना मामले थमने से अब प्रतिबंधों में और ढील मिलने की संभावना है। इसी सप्ताह दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) कोरोना मामलों पर समीक्षा बैठक करने वाला है। इस बैठक में दिल्ली में रात्रि कफ्र्यू, बाजार खुलने के समय पर पाबंदी, साप्ताहिक बाजारों पर बंदिश आदि पर राहत देने के लिए चर्चा हो सकती है। इस बीच सोमवार से आठवीं कक्षा तक के स्कूल भी खुल गए।
दिल्ली में अब संक्रमण दर दो फीसदी से भी नीचे चली गई है। बीते 3-4 चार दिन से संक्रमण दर 2 फीसदी से कम है। कोरोना मामले भी रोजाना 1,000 से कम आ रहे हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी 4,000 से कम रह गई है। कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़े जरूर चिंताजनक है। अभी रोजाना 10 से 15 मौतें हो रही हैं। हालांकि मौत की वजह सिर्फ कोरोना नहीं हैं, बल्कि दूसरी बीमारियां भी हैं। डीडीएमए की समीक्षा बैठक से पहले कारोबारियों ने रात्रि कफ्र्यू और बाजारों खुलने के समय पर बंदिशों में छूट देने की मांग की है। दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा ने कहा कि जब रेस्टोरेंट रात 11 बजे तक खुल रहे हैं, तो फिर बाजार 8 बजे तक ही खुलने की अनुमति समझ से परे है। बाजारों के खुलने के समय पर लगी पाबंदी को हटा देना चाहिए। शादियों के सीजन में रात्रि कफ्र्यू के कारण लोगों और कारोबारियों को दिक्कतें हो रही है। चूंकि अब कोरोना काफी नियंत्रण में आ गया है। इसलिए कोरोना को काबू में करने के लिए लगे प्रतिबंधों को भी हटाने का समय आ गया है।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि अभी जो प्रतिबंध बचे हैं, उनमें ज्यादातर कोरोना संबंधी ग्रेप के पहले चरण के तहत लगने वाले हैं। पहले चरण में लगातार दो दिन तक संक्रमण दर 0.5 फीसदी या 7 दिनों तक रोजाना 1,500 मामले व 500 ऑक्सीजन बेड भरने पर लागू होता है। पहले चरण के पैमाने पर संक्रमण दर ही इतनी है कि प्रतिबंध जारी रह सकते हैं। लेकिन बाकी दो पैमाने के हिसाब से तो प्रतिबंध हटाए जा सकते हैं। चूंकि तीसरी लहर में डीडीएमए ने प्रतिबंध लगाते समय संक्रमण दर के बजाय अन्य कारकों को तरजीह दी थी। ऐसे में डीडीएमए की आगामी बैठक में कुछ ढील मिलने की उम्मीद की जानी चाहिए।
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