कम हो रहे मामले तो बढ़ रही हलचल | सचिन मामबटा और कृष्ण कांत / February 14, 2022 | | | | |
देश में कोविड-19 के मामलों में गिरावट जारी रहने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों में और सुधार के संकेत मिले हैं। सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में रोजाना दर्ज होने वाले मामले 35,000 से कम हैं। संक्रमण में कमी होने की वजह से लोग अब अधिक बाहर आ रहे हैं। सर्च इंजन गूगल के मोबिलिटी डेटा दर्शाते हैं कि खुदरा और मनोरंजन स्थलों पर जाने वालों की तादाद महामारी से पहले के दौर से अधिक है। गूगल अनाम लोकेशन डेटा का इस्तेमाल कर विभिन्न श्रेणियों वाली जगहों पर आने-जाने वालों का जायजा लेती है। अब लोगों की आवाजाही महामारी से पहले के दौर की तुलना में 1.86 फीसदी है। कार्यस्थल पर जाने वालों की तादाद अब 5.14 प्रतिशत अधिक है।
पहले के सप्ताह की तुलना में सोमवार सुबह 9 बजे यातायात अधिक था। मुंबई का यातायात 2019 की तुलना में 52 फीसदी कम था जबकि एक हफ्ते पहले की तुलना में 66 फीसदी कम था। नई दिल्ली में यातायात एक सप्ताह पहले के 48 फीसदी की तुलना में 38 फीसदी कम था। कई लोग हवाई मार्ग से उड़ान भर रहे हैं। हवाई यात्रियों की संख्या एक हफ्ते पहले के 14 लाख की तुलना में 18 लाख हो गई। विमानों की संख्या भी पहले के 11,738 की तुलना में 13,253 हो गई।
देश में वाहनों के पंजीकरण की तादाद 2019 की तुलना में कम है। हालांकि यह अंतर कम हो रहा है। ताजा हफ्ते के दौरान 335,363 वाहनों का पंजीकरण हुआ। यह 2019 की तुलना में 15.1 फीसदी कम है। पिछले हफ्ते यह अंतर 17.6 फीसदी तक था। पिछले हफ्ते बिजली उत्पादन की रफ्तार बड़ी क्योंकि अब सर्दियों का मौसम खत्म हो रहा है और देश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान बढ़ गया है। देश भर में बिजली संयंत्रों में 13 फरवरी को खत्म हुए सप्ताह के दौरान देश में 399.3 करोड़ बिजली यूनिट का उत्पादन हुआ जो वित्त वर्ष 2021 की समान अवधि के दौरान 383.3 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन से 4.2 फीसदी अधिक है। हालांकि वित्त वर्ष 2020 के समान सप्ताह की तुलना में बिजली उत्पादन 9 फीसदी अधिक था। पिछले हफ्ते बिजली उत्पादन में सप्ताह के आधार पर 1.2 फीसदी तक की तेजी थी।
भारतीय रेल के जरिये माल ढुलाई में धीमी वृद्धि हुई। ताजा हफ्ते में माल ढुलाई की मात्रा में वृद्धि पिछले हफ्ते के 8 फीसदी की तुलना में 6.88 फीसदी रही। वहीं माल ढुलाई से मिलने वाले राजस्व में वृद्धि एकहफ्ते पहले के 12.2 फीसदी की तुलना में 8.91 फीसदी रही। बिज़नेस स्टैंडर्ड इन संकेतकों का जायजा लेता है ताकि अर्थव्यवस्था की स्थिति का अंदाजा मिल सके। वृहद अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े थोड़े अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। दुनिया भर के विश्लेषक समान तरह के संकेतकों का जायजा ले रहे हैं। उन्हें इस बात का भी अंदाजा मिलता है कि अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन कैसा है और संक्रमण के मामले और प्रतिबंधों का इस पर कैसा असर पड़ रहा है। गूगल डेटा एक अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। ताजा आंकड़े 10 फरवरी के हैं। ट्रैफिक डेटा सोमवार 14 फरवरी के हैं। बाकी अन्य आंकड़े रविवार 13 फरवरी के हैं।
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