भारतीय स्टेट बैंक के निवेश वाली फिनटे कंपनी कैशफ्री पेमेंट्स ने कहा है कि मार्च 2021 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान उसका शुद्ध लाभ 48 फीसदी बढ़कर 25.22 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने लगातार चार वित्त वर्षों के दौरान मुनाफा दर्ज किया है। बी2बी स्टार्टअप ने कहा कि वह भुगतान संग्रह, वेंडरों को भुगतान, वेतन भुगतान, बल्क रिफंड, खर्च रीम्बर्समेंट, लॉयल्टी एवं प्रोत्साहन जैसे समाधानों के साथ 1 लाख से अधिक कंपनियों के साथ काम कर रही है। पिछले साल एसबीआई ने इस फिनटेक स्टार्टअप में 20 करोड़ डॉलर के मूल्यांकन पर निवेश किया था। लेकिन निवेश की रकम का खुलासा नहीं किया गया था। वित्त वर्ष 2021 के दौरान कंपनी ने 227.33 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व दर्ज किया। पांच साल पुरानी कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 में 228.75 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया जो एक साल पहले के मुकाबले 127 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2021 के अंत तक कंपनी की कुल परिसंपत्ति 153 फीसदी बढ़कर 654.79 करोड़ रुपये हो गई। कैशफ्री पेमेंट्स के सीईओ एवं सह-संस्थापक आकाश सिन्हा ने कहा, 'हम वित्त वर्ष 2021 के दौरान हुई वृद्धि से काफी उत्साहित हैं जो हमारे लिए एक महत्त्वपूर्ण वर्ष रहा। हमने वैश्विक महामारी के बावजूद रणनीतिक तौर पर और परिचालन के लिहाज से कई कदम उठाए। इससे हमारी प्रगति के लिए एक दमदार बुनियाद तैयार हुई है।' बीएस यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ बढ़ा बीएस संवाददाता मुंबई ब्याज मार्जिन में सुधार और प्रावधानों तथा आकस्मिक व्यय में तेज गिरावट के कारण दिसंबर 2021 को समाप्त तीसरी तिमाही (वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही) में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 49.3 प्रतिशत तक बढ़कर 1,085 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 726 करोड़ रुपये था। हालांकि सितंबर 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही (वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही) के 1,526 करोड़ रुपये के मुकाबले लाभ में कमी आई है। मुंबई स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के इस ऋणदाता का शेयर बीएसई पर 0.83 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47.6 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 8.9 प्रतिशत तक बढ़कर 7,174 करोड़ रुपये हो गई, जबकि वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में यह 6,590 करोड़ रुपये थी। विश्लेषक की रिपोर्ट के अनुसार क्रमिक रूप से एनआईआई में 5.05 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है, जो वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में 6,829 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज मार्जिन सुधरकर तीन प्रतिशत हो गया, जो वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में 2.94 प्रतिशत और वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में 2.95 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में गैर-ब्याज आय सालाना आधार पर 15.01 प्रतिशत तक गिरकर 2,524 करोड़ रुपये रह गई, जो वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में 2,970 करोड़ रुपये थी। क्रमिक रूप से इसमें सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही के 3,978 करोड़ रुपये के मुकाबले 36.55 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। पंजाब ऐंड सिंध बैंक को 301 करोड़ रु. का लाभ पंजाब ऐंड सिंध बैंक (पीऐंडएस बैंक) ने दिसंबर 2021 को समाप्त तीसरी तिमाही (वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही) में 301 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि एक साल पहले वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में 2,376 करोड़ रुपये की शुद्ध हानि हुई थी। सितंबर 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही (वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही) में इसका शुद्ध लाभ 218 करोड़ रुपये था। दिल्ली स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के इस ऋणदाता का शेयर बीएसई पर 1.15 प्रतिशत चढ़कर 17.2 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। दिसंबर 2020 को समाप्त हुई तिमाही (वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही) के 616 करोड़ रुपये के मुकाबले बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में 23.05 प्रतिशत तक बढ़कर 758 करोड़ रुपये हो गई। क्रमिक रूप से एनआईआई में 22.85 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जो वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में 617 करोड़ रुपये थी। विश्लेषकों की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) सुधरकर 3.17 प्रतिशत हो गया, जबकि वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में यह 2.6 प्रतिशत और वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में 2.86 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में गैर-ब्याज आय सालाना आधार पर 18.7 प्रतिशत तक गिरकर 171 करोड़ रुपये रह गई, जबकि वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में यह 211 करोड़ रुपये थी। क्रमिक रूप से इसमें 33.2 प्रतिशत तक की गिरावट आई है, सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान यह 256 करोड़ रुपये थी। दिसंबर 2021 में इसकी सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) बढ़कर 14.44 प्रतिशत हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 13.14 प्रतिशत थी। क्रमिक रूप से इनमें गिरावट आई है, जो सितंबर 2021 में 14.54 प्रतिशत थी। दिसंबर 2021 में शुद्ध एनपीए 3.01 प्रतिशत था, जो दिसंबर 2020 के अंत में 2.84 प्रतिशत से ज्यादा रहा। क्रमिक रूप से इसमें गिरावट आई है, सितंबर 2021 में 3.81 प्रतिशत था। इंडियन बैंक को 690 करोड़ रु. का लाभ इंडियन बैंक ने चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर से दिसंबर तक की तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और यह बढ़कर 690 करोड़ रुपये हो गया है, जो वर्ष 2020-21 की इसी अवधि के दौरान 514 करोड़ रुपये से अधिक है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान दो प्रतिशत तक बढ़कर 4,395 हो गई। बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (घरेलू) सितंबर 2021 के 2.89 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर 2021 में 3.03 प्रतिशत हो गया। इस दौरान परिचालन लाभ 3,288 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले यह 2,846 करोड़ रुपये था। परिसंपत्ति गुणवत्ता के संबंध में बैंक की सकल गैर-निष्पादित संपत्ति दिसंबर 2021 तक 9.13 प्रतिशत के सकल अग्रिम से कम नजर आई, जो सितंबर के 9.56 प्रतिशत से कम रही। बैंक का शुद्ध एनपीए अनुपात सितंबर 2021 के 3.26 प्रतिशत के मुकाबले 2.72 प्रतिशत रहा। इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी शांति लाल जैन ने कहा कि शुद्ध लाभ में वृद्धि की एक मुख्य वजह परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार रहा। बीएस टीवीएस मोटर का शुद्ध लाभ 9 फीसदी बढ़ा बीएस संवाददाता चेन्नई टीवीएस ग्रुप की प्रमुख कंपनी टीवीएस मोटर कंपनी ने बेहतर बिक्री की वजह से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में नौ प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है, जो बढ़कर 288 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि वर्ष 2020-21 की अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के दौरान यह 266 करोड़ रुपये था। कंपनी ने दिसंबर 2020 को समाप्त तीसरी तिमाही के 5,391 करोड़ रुपये के मुकाबले वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में 5,706 करोड़ रुपये का सर्वकालिक सर्वाधिक परिचालन राजस्व दर्ज किया है। समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी का परिचालन एबिटा मार्जिन 10 प्रतिशत रहा, दिसंबर 2020 को समाप्त तीसरी तिमाही के दौरान यह 9.5 प्रतिशत था। कंपनी ने इस तिमाही के दौरान 568 करोड़ रुपये का अब तक का सर्वाधिक परिचालन एबिटा दर्ज किया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान यह 511 करोड़ रुपये था।
