मीडिया की दिग्गज कंपनी डिज्नी स्टॉर इंडिया किसी कीमत युद्ध में शामिल नहीं होगी, हालांकि वह दो अति लोकप्रिय क्रिकेट संपत्तियों - आईपीएल टी20 और आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट के मीडिया और प्रसारण अधिकारों को बनाए रखने पर विचार कर रही है, जिनकी इस साल नीलामी होनी है, बशर्ते वे कंपनी की कारोबार योजना के अनुरूप हों। दो बड़े क्रिकेट अधिकारों के लिए बहुप्रतीक्षित और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बोली के लिए अपनी रणनीति सहित कई विषयों पर बात करते हुए वॉल्ट डिजनी कंपनी इंडिया और स्टार इंडिया के अध्यक्ष के माधवन ने कहा कि वे क्रिकेट संपत्तियों को बनाए रखने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हम आशावान हैं और निवेश करना चाहते हैं, बशर्ते यह हमारे कारोबार की वस्तुस्थिति और योजना के भीतर हो। हम यहां किसी युद्ध के लिए या कोई संपत्ति पाने के लिए कुछ खरीदने के लिए नहीं हैं। अगर कोई संपत्ति के लिए 10 गुना पेशकश करता है, तो हम वहां नहीं हैं। विशेषज्ञों के अनुसार प्रसारण करने वाली और डिजिटल कंपनियों से उम्मीद की जा रही है कि वे अगले साल देश में खेल अधिकारों की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी में शामिल होने के लिए 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च करेंगी और इससे पहले स्टार ने इन अधिकारों के लिए जितना भुगतान किया था, वे उससे दोगुना भुगतान कर सकती हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उदय शंकर-जेम्स मर्डोक के सहयोग वाली वायकॉम-18 और विलय की गई सोनी-ज़ी की जोड़ी जैसी नई कंपनियों से इस बात की उम्मीद है कि एमेजॉन प्राइम के अलावा वे आक्रामक बोली लगाएंगी। इन अधिकारों में पांच साल के प्रसारण और डिजिटल अधिकार शामिल हैं, जो टी-20 आईपीएल के लिए वर्ष 2023 से शुरू हो रहे हैं। इनमें आईसीसी द्वारा आयोजित अधिकारों की नीलामी भी शामिल है, जिसका विभिन्न विश्व कप चैंपियनशिप के प्रसारण और डिजिटल अधिकारों का आठ साल का अनुबंध वर्ष 2023 में समाप्त हो रहा है। ज़ी-सोनी के विलय से संबंधित असर पर प्रतिक्रिया देते हुए माधवन ने कहा कि आने वाले दिनों में भारत में उद्योग एक बहुत ही दिलचस्प जगह रहेगा। उन्होंने कहा कि लीनियर टीवी और डिजिटल में विकास की काफी गुंजाइश है और हम किसी भी प्रतिस्पर्धा को स्वीकार करते हैं। यह कोई खतरे की बात नहीं है, बल्कि उद्योग के लिए अच्छा है। लेकिन साफ तौर पर स्पोट्र्स ही, जिसमें क्रिकेट हावी रहता है, डिज्नी स्टार की पेशकश नहीं है। टीवी प्रसारण क्षेत्र में 30 प्रतिशत की कुल बाजार हिस्सेदारी की वजह से माधवन कहते हैं कि वह अपनी निकटतम प्रतिस्पर्धी से काफी आगे है, जो 17 से 18 प्रतिशत (हालांकि ज़ी-सोनी के विलय से यह डिज्नी स्टार के काफी करीब हो जाएगी) के स्तर पर है। माधवन बताते हैं कि टीवी की उसकीकुल नेटवर्क बाजार हिस्सेदारी में स्पोट्र्स का योगदान केवल दो से तीन प्रतिशत ही है। बाजार हिस्सेदारी केवल आईपीएल के दौरान 60 दिनों की अवधि जैसे क्रिकेट में ही तेजी से बढ़कर करीब 31 से 32 प्रतिशत तक होती है। उन्होंने कहा कि शीर्ष रेटिंग वाले किसी हिंदी धारावाहिक चार से पांच की टीवीआर मिलती है और क्रिकेट भी उसी स्तर पर है। और डिजिटल में यह गलत धारणा है कि हम केवल क्रिकेट पर ही टिके रहते हैं। हालांकि वर्ष 2021 में एसवीओडी प्लेटफॉर्म पर शीर्ष 25 हिंदी सीरीज में से नौ हॉटस्टार-डिज्नी से संबंधित हैं। और हमारे पास ओटीटी पर डिज्नी की ओर से वैश्विक सामग्री की एक विशाल लाइब्रेरी भी है।
