बॉन्ड प्रतिफल में तेजी के बीच निवेशकों द्वारा जोखिम वाली संपत्तियों में निवेश घटाए जाने की वजह से दुनिया भर के बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। देसी शेयर बाजार लगातार चौथे दिन नुकसान में रहा। अमेरिकी शेयरों में तेज गिरावट के कारण नैस्डैक कंपोजिट सूचकांक में भी फिसलन देखी गई जिसका असर एशिया से लेकर यूरोप तक के बाजारों में देखा गया। बेंचमार्क सेंसेक्स आज 427 अंक की गिरावट के साथ 59,037 पर बंद हुआ। पिछले चार दिन में सेंसेक्स करीब 2,272 अंक या 3.7 फीसदी टूट चुका है। निफ्टी भी 140 अंक के नुकसान के साथ 17,617 पर बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों का बंद स्तर 31 दिसंबर के बाद सबसे नीचे है। उधर, 10 साल के अमेरिकी ट्रेजरी का प्रतिफल 1.9 फीसदी से कम होकर 1.8 फीसदी रहा, जिससे निवेशकों की धारणा में थोड़ा सुधार हुआ। निवेशकों का ध्यान अब नरम मौद्रिक नीतियों को वापस लेने पर टिका है। कई लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व बढ़ती महंगाई को देखते हुए इस साल ब्याज दरों में चार गुना इजाफा कर सकता है। क्रेडिट सुइस में इक्विटी शोध प्रमुख, वेल्थ मैनेजमेंट के निदेशक जितेंद्र गोहिल ने कहा, 'दुनिया भर में बॉन्ड प्रतिफल बढ़ रहा है क्योंकि उच्च मुद्रास्फीति को देखते हुए फेडरल रिजर्व का रुख सतर्क हो गया है। ऐसे में निवेशक नरम मौद्रिक नीति के खात्मे के लिए पहले ही तैयार हो रहे हैं।' कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से भी देसी शेयर बाजार में गिरावट बढ़ी है। इस हफ्ते की शुरुआत में ब्रेंट क्रूड का दाम 110 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था, जो 2014 के बाद का उच्चतम स्तर है। विशेषज्ञों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में दिसंबर तिमाही के नतीजे भी अभी तक निराशाजनक रहे हैं। इस कारण भी निवेशकों की चिंता बढ़ी है। गुरुवार तक जिन कंपनियों ने नतीजे जारी किए हैं, उनका समेकित शुद्घ मुनाफा 10.4 फीसदी बढ़ा है, जो पांच तिमाही में सबसे कम वृद्घि है। समेकित बिक्री वृद्घि भी उम्मीद के अनुरूप नहीं रही। कम मुनाफे से निवेशकों को नुकसान हो सकता है क्योंकि बाजार उच्च प्रीमियम को देखते हुए मुनाफे में तेज वृद्घि की उम्मीद कर रहा है। जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'दरों में बढ़ोतरी की चिंता और बढ़ती मुद्रास्फीति, बॉन्ड प्रतिफल में इजाफा और भू-राजनीतिक तनाव के साथ तेल के दाम बढऩे से निवेशकों का मनोबल कमजोर हो रहा है। हालिया नतीजे बाजार को उत्साहित करने में विफल रहे हैं। ऐसे में आने वाले हफ्ते में जारी होने वाले नतीजे निवेशकों की धारणा प्रभावित कर सकते हैं।' सेंसेक्स के 30 शेयरों में केवल 8 लाभ में बंद हुए। बजाज फिनसर्व में सबसे ज्यादा 5.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। टेक महिंद्रा का शेयर 4.4 फीसदी नीचे बंद हुआ। टाटा स्टील में 3.2 फीसदी और भारती एयरटेल में 2.83 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
