कनवर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) ने आज ग्रांड चैलेंज योजना के तहत इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए अब तक सबसे बड़ी निविदा निकाली है। सीईएसएल एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है। 5,450 करोड़ की निविदा के माध्यम से सीईएसएल का मकसद 5,450 सिंगल डेकर और 130 डबल डेकर बसों को उतारना है। इसमें पांच बड़े शहरों में एकत्रित इलेक्ट्रिक बसों के लिए एकसमान मांग का एक सेट होगा। इस कदम का मकसद देश में सार्वजनिक परिवहन में इलेक्ट्रिक बसों को अपनाने पर बहुत अधिक जोर देना है। सीईएसएल ने एक वक्तव्य में कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 2050 तक भारत को नेट जीरो वाला देश बनाने के लिए किए वादों को पूरा करने वाली भी होगी और 2047 तक ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने के करीब ले जाएगी। इस योजना में पूरी तरह से 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं और इनका लक्ष्य शहरों में परिचालन लागत को कम करना, राज्यों, ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (एसटीयू) द्वारा बसोंं की ई खरीद की राह में आने वाली बाधाओं को दूर करना, बेहतरीन गतिविधियों को अपनाना और मानकों के मुताबिक परिचालन यात्रियों की कु शलता बढ़ाना और सिटी बस के लिए बेहतरीन सुविधा मुहैया कराना है।
