केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गेल (इंडिया) के निदेशक (विपणन) ईएस रंगनाथन को रिश्वतखोरी के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला गेल द्वारा विनिर्मित पेट्रोकेमिकल्स की छूट पर बिक्री से जुड़ा हुआ है। सीबीआई ने एक बयान में कहा है कि जांच एजेंसी ने आरोपी के दिल्ली, नोएडा, गुडग़ांव, पंचकुला और करनाल के साथ अन्य परिसरों की तलाशी की है।
सीबीआई ने कहा कि रंगनाथन के परिसरों की तलाशी में करीब 1.29 करोड़ रुपये नकदी, सोने के आभूषण व अन्य कीमती सामान बरामद हुए हैं। इस मामले में गिरफ्तार किए गए वह छठे व्यक्ति हैं। शनिवार को सीबीआई ने कहा था कि उसने तलाशियों के दौरान करीब 84 लाख रुपये मिले हैं, जिसमें गुडग़ांव के एक व्यक्ति से मिले 75 लाख रुपये भी शामिल हैं।
इस मामले में आरोपी अन्य 5 लोगों में पवन गौर (एक निजी व्यक्ति), राजेश कुमार (ऋषभ पॉलीकेम दिल्ली के निदेशक), एन रामकृष्ण नायर (गुडग़ांव निवासी), सौरभ गुप्ता (यूनाइटेड पॉलीमर इंडस्ट्रीज, पंचकुला से संबद्ध) और आदित्य बंसल (बंसल एजेंसीज, करनाल) शामिल हैं। यूनाइटेड पॉलीमर इंडस्ट्रीज और बंसल एजेंसीज का नाम भी सीबीआई की पहली प्राथमिकी में था।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि रंगनाथन अन्य आरोपियोंं के साथ मिलकर षडय़ंत्र के भष्ट और अवैध गतिविधियों में लगे थे, जो उनके बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे। ये निजी कंपनियों से पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खरीद के बिचौलिए के रूप में काम करते थे, जिनका विपणन गेल करती थी।
सीबीआई ने कहा कि उसने दिल्ली की एक निजी कंपनी के निदेशक और एक निजी व्यक्ति के माध्यम से जाल बिछाया और कथित रूप से 10 लाख रुपये रिश्वत की राशि रंगनाथन के हवाले से ली गई। सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक गेल के निदेशक (विपणन) ने लाभार्थी कंपनी के पक्ष में डिस्काउंट ऑर्डर जारी करने के लिए 15 लाख रुपये रिश्वत की मांग की।