देश कोविड-19 की तीसरी लहर की गिरफ्त आने की ओर बढ़ रहा है ऐसे में किराना दुकानों ने खाद्य तेल, चीन और नमक जैसे जरूरी सामानों का स्टॉक बढ़ाना शुरू कर दिया है। दूसरी ओर आधुनिक व्यापार की दुकानें अभी परिस्थिति का आकलन कर रहे हैं। उन्हें अब तक नहीं लगता कि लॉजिस्टिक की वजह से स्टॉक की आपूर्ति बाधित होगी। चूंकि लोग अब घर के भीतर रहना ही अधिक पसंद कर रहे हैं ऐसे में विवेकाधीन वस्तुओं की मांग प्रभावित हुई है। इसलिए उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के खुदरा विक्रेताओं ने कंपनियों से खरीदारी कम कर दी है। हालांकि, टेलीविजन पैनलों की मांग ऑनलाइन हो गई है। परिधान विक्रेता अब भी यह आकलन कर रहे हैं कि जमीन पर कैसी स्थिति बनती है। खाद्य तेल, चीनी और नमक की मांग बढऩे से आस पास के किराना दुकानों ने लगातार दूसरे हफ्ते अपने स्टॉक में इजाफा किया है। देश भर में किराना दुकानों को ऑनलाइन समाधान प्रदाता स्नैपबिज के मुख्य कार्याधिकारी प्रेम कुमार ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, 'हमारे नेटवर्क में शामिल खुदरा विक्रेताओं ने एक हफ्ते से अपने स्टॉक को बढ़ा रहे हैं क्योंकि मांग बढऩे पर वे सामान की कमी से जूझना नहीं चाहते हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य तेल के लिए मांग में 20 से 22 फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि नमक और चीनी की मांग 7 फीसदी बढ़ गई है। कुमार ने कहा कि खुदरा विक्रेता अधिक मात्रा में देसी ब्रांडों के सामान बेच रहे हैं क्योंकि ये सस्ते होते हैं और परिवारों ने खर्च घटाकर किफायती सामानों की खरीद को तरजीह दी है। हालांकि, बड़ी खुदरा शृंखला स्पेंसर्स रीटेल और उसकी सहायक नेचर्स बास्केट के साथ ऐसा कुछ भी नहीं है। इन कंपनियों ने खरीदारी में इजाफा नहीं किया है या उच्च स्तर पर इन्वेंट्री को नहीं बढ़ा रहे हैं क्योंकि अब तक आपूर्ति शृंखला बाधित नहीं हुई है। स्पेंसर्स रीटेल और नेचर्स बास्केट के मुख्य कार्याधिकारी देवेंद्र चावला ने कहा, 'उपभोक्ता वस्तु की कंपनियों के पास आपूर्ति शृंखला लॉजिस्टिक्स से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं है और उपभोक्ताओं ने भी किसी प्रकार की घबराहट के साथ खरीदारी शुरू नहीं की है। पिछली दो लहरों में आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आई थी। परिधान की खुदरा दुकानों के क्षेत्र में एक खुदरा फैशन शृंखला लाइफस्टाइल ने अब तक स्टॉक बढ़ाने पर निर्णय नहीं लिया है और वह ऐसा महीने के अंत में करेगी। लाइफस्टाइल के मुख्य कार्याधिकारी देवराजन अय्यर ने कहा, 'हमें दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक में सप्प्ताहांत लॉकडाउन और चेन्नई में रविवार को लॉकडाउन के कारण मांग पर असर पडऩे से इन्वेंट्री बढऩे की स्थिति नजर आई है लेकिन हम महीने के अंत में कोई निर्णय लेंगे। अभी देखते हैं कि क्या कुछ होता है।' उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के मामले में विजय सेल्स ने कहा कि उसने खरीदारी घटाने की योजना बनाई है लेकन चूंकि स्थिति नियंत्रण में वह इसको लेकर सावधान रहेगी। वहीं ई-कॉमर्स कंपनियों का कारोबार पहले की तरह ही सामान्य है।
