भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने उज्जीवन स्मॉल फाइनैंस बैंक (एसएफबी) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी के तौर पर इत्तिरा डेविस की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। यह नियुक्ति 14 जनवरी, 2022 से प्रभावी होकर एक वर्ष के लिए होगी। 6 दिसंबर, 2021 को बैंक के बोर्ड ने इत्तिरा डेविस को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी नियुक्त किया था जिसे रिजर्व बैंक की मंजूरी की तारीख या उसकी ओर से मंजूर की गई ऐसी किसी अन्य अवधि के लिए प्रभावी किया जाना था। उज्जीवन स्मॉल फाइनैंस बैंक ने बीएसई को दी गई जानकारी में कहा कि सितंबर 2021 में निदेशकों की विशेष समिति का गठन किया गया जो प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी की अनुपस्थिति में परिचालन और प्रशासन को देखेगी जिसे 13 जनवरी, 2022 को भंग कर दिया गया। समूह का गठन निनित चुग द्वारा प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी के पद से इस्तीफा देने के बाद किया गया था। डेविस उज्जीवन स्मॉल फाइनैंस बैंक से बतौर मुख्य परिचालन अधिकारी जुड़े रहे हैं। वह मार्च, 2015 में उज्जीवन से जुड़े थे और सूक्ष्म वित्त संस्थान (एमएफआई) से एसएफबी बनने तक इसका नेतृत्व किया। बतौर बैंकर उनके पास कॉर्पोरेट और निवेश बैंकिंग के क्षेत्र में 36 वर्ष का अनुभव है। उन्होंने पश्चिमी एशिया और यूरोप में काफी काम किया है। जुलाई 2008 से अक्टूबर 2012 तक उन्होंने यूरोप अरब बैंक में बतौर प्रबंध निदेशक कार्य किया और उसके बाद वे इसके कार्यकारी निदेशक बने। बहरहाल, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उज्जीवन एसएफबी का सकल लोन बुक सालाना आधार पर 22 फीसदी बढ़कर 16,600 करोड़ रुपये हो गया। क्रमिक आधार पर बैंक के लोन बुक में 15 फीसदी का इजाफा हुआ। दूसरी तिमाही यानी कि सितंबर 2021 के अंत में बैंक का लोन बुक 14,500 करोड़ रुपये का था। दिसंबर 2021 में कुल जमाएं 34 फीसदी बढ़कर 15,600 करोड़ रुपये हो गई और यह सितंबर 2021 के अंत के 14,100 करोड़ रुपये से क्रमिक आधार पर 10 फीसदी अधिक है।
