सूचीबद्ध मल्टीप्लेक्स ऑपरेटरों के लिए दिसंबर तिमाही का प्रदर्शन पिछले सात तिमाहियों में बेहतरीन हो सकता है। तिमाही के दौरान सिनेमा घरों में दर्शकों की आवक में सुधार होने के अलावा ऑक्यूपेंसी में ढील और नई फिल्मों के रिलीज होने से मल्टीप्लेक्स की चमक बढ़ी थी। शत प्रतिशत ऑक्ूपेंसी की अनुमति देने वाले सात राज्यों को छोड़कर अधिकतर राज्यों ने मल्टीप्लेक्स को 50 फीसदी क्षमता के साथ परिचालन करने की अनुमति दी थी। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि देश के सबसे बड़े ऑपरेटर राजस्व के मोर्चे पर 500 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर जाएगा। आईनॉक्स लेजर 280 करोड़ रुपये की बिक्री के साथ तिमाही को अलविदा कर सकती है। वर्ष 2020-21 और 2021-22 में कारोबार की रफ्तार पर ब्रेक के मद्देनजर तीसरी तिमाही के दौरान दो प्रमुख मल्टीप्लेक्स ऑपरेटरों का राजस्व पिछली सात तिमाहियों के मुकाबले बेहतर रहा। एमके रिसर्च के नवल सेठ का कहना है कि दिसंबर में प्रमुख फिल्मों के रिलीज होने के दौरान सिनेमा घरों में दर्शकों की आवक कोविड पूर्व स्तर तक लौट चुकी थी। हालांकि तिमाही के दौरान करीब 200 करोड़ रुपये की कमाई के साथ सूर्यवंशी सबसे आगे रही। उसके बाद स्पाइडर-मैन: नो वे होम और पुष्पा टिकटों की बिक्री के मोर्चे पर 150 करोड़ रुपये के पार पहुंच गईं। पूरी तिमाही के दौरान दर्शकों की आवक कोविड पूर्व स्तर के मुकाबले आधा रहने की उम्मीद है। एमके रिसर्च का मानना है कि दो साल के आधार पर पीवीआर और आईनॉक्स दोनों के लिए टिकट मूल्य में औसत 3 से 4 फीसदी की वृद्धि की मुख्य वजह कीमत में वृद्धि और दिसंबर तिमाही में 3डी फिल्मों के रिलीज होने से आय में सुधार रही। स्थानीय विज्ञापन का अनुपात अधिक होने के कारण विज्ञापन राजस्व के सुधार में अधिक समय लग सकता है। छह तिमाहियों के अंतराल के बाद दोनों मल्टीप्लेक्स कंपनियां परिचालन मुनाफा के मोर्चे पर कमाई कर सकती हैं। पीवीआर 150 से 160 करोड़ रुपये का परिचालन मुनाफा दर्ज कर सकती है जबकि आईनॉक्स के लिए यह आंकड़ा 90 से 93 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। एलारा कैपिटल के अनुसार, दोनों कंपनियों के लिए परिचालन मुनाफा मार्जिन 24 से 26 फीसदी के दायरे में रहने के आसार हैं जो कोविड पूर्व स्तर के मुकाबले कम है। तीसरी लहर के बावजूद पर्याप्त वित्तपोषण से मल्टीप्लेक्स कंपनियों को बल मिलेगा। इससे उन्हें निकट अवधि की चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के भूपेंद्र तिवारी ने कहा, 'पर्याप्त वित्तपोषण दोनों मल्टीप्लेक्स शृंखलाओं के लिए अच्छी बात यह है। इससे निकट अवधि के खर्च के बावजूद उनका अस्तित्व सुनिश्चित होगा। हमारी नजर मल्टीप्लेक्स को मिलने वाली किराये में छूट पर भी होगी जो कोविड-19 की तीसरी लहर के बावजूद उनके खर्च को निर्धारित करने वाला एक प्रमुख कारक होगा।' अनिश्चितताओं के बीच ब्रोकरेज का मानना है कि ओमीक्रोन का प्रभाव थमने के बाद अटकी हुई मांग के मद्देनजर दर्शकों की आवक बढऩे से सुधार की रफ्तार बढ़ेगी। पिछली दो तिमाहियों के दौरान भी भी ऐसा देखा गया है। इन दो शेयरों पर दांव लगाने से पहले निवेशकों को परिचालन सुचारु होने तक थोड़ा इंतजार करना चाहिए।
