एचयूएल ने साबुन-डिटर्जेंट के बढ़ाए दाम | शर्लिन डिसूजा / मुंबई January 11, 2022 | | | | |
दैनिक उपभोक्ता वस्तुओं (एफएमसीजी) की प्रमुख कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) ने इस महीने अपने साबुन और डिटर्जेंट की कीमतों में तीन से 20 प्रतिशत तक का इजाफा किया है। कंपनी ने व्हील, रिन, सर्फ एक्सेल और लाइफबॉय उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की है। कंपनी का यह कदम कच्चे माल की बढ़ती लागत से प्रेरित है। पिछले साल कंपनी ने जिंसों की लागत में वृद्धि का मुकाबला करने के लिए दाम बढ़ोतरी के कई दौर शुरू किए थे।
नवीनतम दौर में सबसे ज्यादा वृद्धि सर्फ एक्सेल साबुन में हुई है। इसकी कीमत 20 प्रतिशत तक बढ़ाकर 10 रुपये से 12 रुपये कर दी गई है। लाइफबॉय के 125 ग्राम पैक को 29 रुपये से बढ़ाकर 31 रुपये कर दिया गया है, जबकि इसकी 125 ग्राम वाली पीयर्स साबुन के दाम 76 रुपये से बढ़कर 83 रुपये कर
दिए गए हैं।
रिन के मामले में कंपनी ने अपने बंडल पैक (4 साबुन, प्रत्येक 250 ग्राम) की कीमत 72 रुपये से बढ़ाकर 76 रुपये कर दी है और इसकी 250 ग्राम वाली साबुन के दाम 18 रुपये से बढ़ाकर 19 रुपये कर दिए गए हैं। कंपनी अपने व्हील डिटर्जेंट पाउडर की कीमत भी बढ़ा दी है, आधा किलो और एक किलो वाले पैक के दामों को क्रमश: 30 रुपये से 31 रुपये और 60 रुपये से बढ़ाकर 62 रुपये कर दिया है।
नवंबर में कंपनी ने अपने उत्पादों के दामों को एक से 33 फीसदी के दायरे में बढ़ाया था। एचयूएल ने अपने परिणामों से पहले क्लोज्ड पीरियड का हवाला देते हुए बिजनेस स्टैंडर्ड के सवाल का जवाब नहीं दिया।
अलबत्ता लक्स साबुन की विनिर्माता ही दाम बढ़ोतरी करने वाली अकेली कंपनी नहीं है। पिछले महीने अदाणी विल्मर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया था कि वह जनवरी में अपने पैकेट बंद गेहूं के आटे की कीमतों में पांच से आठ प्रतिशत तक और बासमती चावल के दामों में आठ से 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करेगी, क्योंकि कच्चे माल के दाम बढ़ गए हैं।
पारले प्रोडक्ट्स भी जनवरी से मार्च वाली तिमाही के दौरान कीमत वृद्धि का एक और दौर शुरू करेगी और दामों में चार से पांच फीसदी के दायरे में इजाफा करेगी।
डाबर इंडिया ने दिसंबर में कहा था कि वह प्रतीक्षा और समीक्षा करने वाली स्थिति में है, क्योंकि वह महंगाई पर नजर रखे हुए है और अगर महंगाई बढ़ती रहती है, तो वह जनवरी-मार्च तिमाही में दाम बढ़ा सकती है। कंपनी ने कहा था कि हाल की तिमाहियों में महंगाई नौ प्रतिशत से अधिक के स्तर पर वास्तव में ही अभूतपूर्व रही है। इस असर को कम करने के लिए लागत में कमी के कई कदम उठाने के अलावा वह पहले ही कीमतों में तकरीबन तीन से चार प्रतिशत तक का इजाफा कर चुकी थी।
केविनकेयर भी इस महीने अपने शैंपू और त्वचा की देखभाल करने वाले उत्पादों की कीमतों में दो से तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी करेगी।
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