बढ़ते संक्रमण पर जताई चिंता | रुचिका चित्रवंशी / नई दिल्ली January 10, 2022 | | | | |
देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले 2 लाख के करीब पहुंच गए हैं। बढ़ते आंकड़ों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कुल सक्रिय मामलों में इस समय करीब 5 से 10 प्रतिशत मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। मंत्रालय ने देश में संक्रमण दर बढऩे पर भी चिंता जताई है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज कहा कि परिस्थितियां तेजी से बदल रही हैं इसलिए आने वाले समय में कोविड से संक्रमित हुए लोगों को भारी संख्या में अस्पतालों में भर्ती कराने की स्थिति पैदा हो सकती है। भूषण ने कहा कि पिछले साल इस महामारी की दूसरी लहर के दौरान कुल सक्रिय मामलों में 20 से 23 प्रतिशत को अस्पतालों में भर्ती कराने की नौबत आ रही थी।
सोमवार को देश में कोविड-19 महामारी से लोगों के संक्रमित होने की दर 13.29 प्रतिशत हो गई और रोजाना संक्रमण के मामले बढ़कर 1,79,823 तक पहुंच गए। देश में इस समय सक्रिय मरीजों की संख्या 7,23,619 है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज 6 राज्यों - महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, गोवा, दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव - के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा, 'हमारी तरफ से कोविड-19 महामारी से निपटने की तैयारियों में कोई चूक नहीं होनी चाहिए। मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों के बीच बेहतर तालमेल जरूरी है।' भूषण ने कहा कि संक्रमण के मामलों में मौजूदा तेजी ओमीक्रोन और देश के विभिन्न हिस्सों में डेल्टा स्वरूप के मौजूद रहने के कारण आई है। उन्होंने कहा, 'इस लिहाज से देखें तो मानव संसाधनों खासकर स्वास्थ्य क्षेत्र के लोगों की भूमिका अहम हो जाती है।'
राज्यों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य सचिव ने विशेष कार्य सारणी बनाकर स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने पत्र में कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लोगों की भूमिका इस समय अहम है इसलिए उनकी सेवाएं सूझबूझ के साथ ली जानी चाहिए। भूषण ने कहा, 'विभिन्न राज्यों ने बड़े स्वास्थ्य केंद्र आदि तैयार करने की दिशा में कदम उठाए हैं मगर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि स्वास्थ्य ढांचा और मानव संसाधन दोनों सीमित हैं।'
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