पिछले कुछ समय से पैसिव फंडों ने पूंजी प्रवाह में अच्छी तेजी दर्ज की है, क्योंकि नए निवेशक अब ऐक्टिव फंडों के बजाय किफायती उत्पादों को पसंद कर रहे हैं। इंडेक्स फंडों और ईटीएफ में अवसरों का लाभ उठाने के लिए फंड हाउसों ने निवेशकों के लिए कई उत्पाद पेश किए हैं। भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (एम्फी) के आंकड़े से पता चलता है कि जून और नवंबर की अवधि के बीच, ईटीएफ और इंडेक्स फंडों ने सामूहिक रूप से करीब 52,500 करोड़ रुपये का शुद्घ पूंजी प्रवाह आकर्षित किया।सोमवार को, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड (एमएफ) और निप्पॉन इंडिया एमएफ ने 'ऑटो ईटीएफ' पेश किया। वहीं नवी एमएफ ने नवी निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड की पेशकश की, जो ओपन-एंडेड इक्विटी योजना है।डायरेक्ट प्लान के लिए 0.12 प्रतिशत के एक्सपेंस रेशियो के साथ, नवी निफ्टी नेक्स्ट 50 फंड अब तक पैसिव फंड श्रेणी में किसी अन्य समान योजना के मुकाबले सबसे सस्ता होगा। जहां, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड ने ऑटो ईटीएफ को आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल निफ्टी ऑटो ईटीएफ नाम से पेश किया है। वहीं इस पेशकश मकसद ऐसा प्रतिफल मुहैया कराना है जो बेंचमार्क निफ्टी ऑटो इंडेक्स के कुल प्रतिफल के करीब हो। निप्पॉन इंडिया एमएफ ने भी निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो ईटीएफ को पेश करने की घोषणा की।आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड के प्रमुख (प्रोडक्ट डेवलपमेंट ऐंड स्ट्रेटेजी) चिंतन हरिया ने कहा, 'हमारा मानना है कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी ऑटो ईटीएफ के जरिये निवेशक भारतीय वाहन उद्योग के उभरते क्षेत्र का लाभ उठाने में सक्षम होंगे। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए सरकारी मदद के साथ भारत वाहन कलपुर्जा खरीदारी के लिए वैश्विक हब के लिए उभर रहा है, जिसे ध्यान में रखते हुए हमारा मानना है कि यह क्षेत्र सुर्खियों में रह सकता है।' बाजार कारोबारियों का कहना है कि पैसिव निवेश रणनीति मौजूदा कैलेंडर वर्ष में भी मजबूत होगी।
