वीसीसीएज द्वारा कराए गए शोध के अनुसार वर्ष 2021 में अमेरिकी फंड टीएफसीसी देश में अपने निवेश के संदर्भ में पीई फंडों के शीर्ष-10 फंड प्रबंधकों की रैकिंग में नंबर एक पर रहा।
टीएफसीसी को उस वक्त बड़ी सफलता मिली जब उसने दिसंबर में कम चर्चित चेन्नई स्थित रामचरन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड में 46 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदारी का सौदा किया। यह निवेश पर्यावरण से लेकर ऊर्जा प्रबंधन प्रणालियों और अक्षय ऊर्जा प्रणाली उपकरणों से संबंधित था। वह 2021 में 4.1 अरब डॉलर के निवेश के साथ सूची में शीर्ष पर रहा। दक्षिण एशिया में 20 अरब डॉलर निवेश पोर्टफोलियो वाली टीएफसीसी के लिए यह देश में पहला प्रवेश था।
पीई फंडों का पबंध्र करने वाले शीर्ष-10 फंड प्रबंधकों ने संयुक्त रूप से 12.18 अरब डॉलर का निवेश किया जिसका कुल निवेश में करीब 20 प्रतिशत योगदान रहा और जिसके लिए सार्वजनिक तौर पर घोषणाएं पिछले साल देश में पीई कंपनियों द्वारा की गई थी। चूंकि यह अध्ययन देश में निवेश से संबंधित इन विभिन्न फंडों के फंड प्रबंधकों पर आधारित था, इसलिए कई पीई समूहों (ब्लैकस्टोन समेत) के अपने कुल फंडों में से तीन शीर्ष-10 की सूची में शामिल थे।
दूसरा स्थान सीपीपी इन्वेस्टमेंट बोर्ड का था। यह एक वैश्विक निवेश प्रबंधन संगठन है जो कनेडियन पेंशन प्लान की परिसंपत्तियों में निवेश करता है। 541.5 अरब डॉलर के आकार वाले सीपीपी ने कई परियोजनाओं में विेश किया है। उसने कई नई सड़क परियोजनाओं के अधिग्रहण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा स्थापित इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश ट्रस्ट में 25.7 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। उसने फ्लिपकार्ट में भी 80 करोड़ डॉलर का निवेश किया, जो 2021 में उसका सबसे बड़ा निवेश सौदा था।
1.2 अरब डॉलर की उद्यम वैल्यू में हिंदुजा ग्लोबल सॉल्युशंस के हेल्थकेयर सेवा व्यवसाय अधिग्रहण की घोषणा के साथ बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया भी तीसरे स्थान पर रहा। लेकिन ब्लैकस्टोन की उन विभिन्न प्रबंधकों द्वारा संचालित तीन अलग अलग इकाइयां हैं जो शीर्ष-10 में शामिल हैं। इन तीन इकाइयों द्वारा कुल निवेश 2.48 अरब डॉलर पर है।