दूरसंचार सेवा प्रदाता भारती एयरटेल ने कॉरपोरेट ढांचा वापस लेने का ऐलान किया है, जिसकी घोषणा कंपनी ने अप्रैल 2021 में की थी। स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी सूचना में भारती एयरटेल ने कहा है कि वह मौजूदा कॉरपोरेट ढांचा बनाए रखेगी और डीटीएस के परिचालन का विलय एयरटेल के साथ करने की योजना पर आगे बढ़ रही है। कंपनी ने कहा, भारत सरकार की तरफ से घोषित दूरसंचार क्षेत्र में सुधार के पैकेज ने इस क्षेत्र के परिदृश्य को खासा मजबूत बनाया है और उद्योग के लिए निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है। वहीं लाइसेंस का फ्रेमवर्क भी सरल हुआ है। मजबूत बैलेंस शीट व 5जी के लिए तैयार नेटवर्क के साथ भारती एयरटेल बढ़त के उभरते मौकों में आक्रामकता के साथ निवेश के लिए तैयार है जो भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था उपलब्ध करा रही है।भारती एयरटेल ने कहा कि मौजूदा ढांचा उभरते मौकों का वित्त पोषण करेगा। एयरटेल के निदेशक मंडल का मानना है कि कंपनी का मौजूदा कॉरपोरेट ढांचा इन मौकों के वित्त पोषण के लिए पर्याप्त है और यह एयरटेल के डिजिटल कारोबार को आगे बढ़ाते रहेगा। इसलिए नए कॉरपोरेट ढांचे की योजना वापस ली जा रही है, जिसका ऐलान कंपनी ने अप्रैल 2021 में किया था। कंपनी ने कहा, संशोधित योजना के तहत कंपनी (जिसे बोर्ड ने मंजूरी दी थी) अपनी पूर्ण स्वामित्व वालीसहायक टेलीसोनिक नेटवक्र्स लिमिटेड का विलय करेगी, जिससे उसकी फाइबर परिसंपत्तियां एयरटेलके साथ एकीकृत हो जाएगी। इसके अतिरिक्त नेटल इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड का विलय भी एयरटेल के साथ होगा। जैसा कि पहले बताया गया था, कंपनी डीटीएच कारोबार (भारती टेलीमीडिया) को अपने दायरे में ले लेगी। कंपनी का कारोबार चार अहम वर्टिकल में वर्गीकृत रहेगा - इंडिया, डिजिटल, इंटरनैशनल और इन्फ्रास्ट्रक्चर।
