ओमीक्रोन का संकट गहराया | रुचिका चित्रवंशी और सोहिनी दास / नई दिल्ली/मुंबई January 04, 2022 | | | | |
देश में जांच संक्रमण दर में बढ़ोतरी, 118 दिनों में सर्वाधिक दैनिक मामलों और अस्पतालों में भर्ती होने में बढ़ोतरी के बीच ओमीक्रोन के मामले बढऩे की आशंका नजर आ रही है। दिल्ली में सप्ताहांत कफ्र्यू, निजी कार्यालयों में आधी क्षमता और सरकारी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम जैसे प्रतिबंध लगाए दिए गए हैं। मुंबई में अधिकारियों ने संकेत दिया है कि अगर मामले 20,000 से आगे बढ़ते हैं तो लॉकडाउन लगाया जा सकता है। देश में दैनिक मामले आज करीब 11 फीसदी बढ़कर 37,000 रहे। साप्ताहिक संक्रमण दर बढ़कर 2.05 फीसदी पर पहुंच गई। सक्रिय मामलों में 18 फीसदी बढ़ोतरी हुई है, जो आज 1,71,830 पर पहुंच गए।
उप मुख्य मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'कोविड के बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली में 8 जनवरी से अगले आदेश तक सप्ताहांत लॉकडाउन लगेगा। आपात स्थिति या आवश्यक सेवाओं की जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकलें।' दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और अन्य कुछ अस्पतालों में 50 से अधिक कर्मचारियों में संंक्रमण की खबरें आई हैं। इस बीच दूसरे दिन बच्चों के टीकाकरण में दूसरे दिन तेजी दर्ज की गई। शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक 15 से 17 साल तक की उम्र के 80 लाख से अधिक बच्चों को मंगलवार शाम तक पहली खुराक लग गई थी। इनमें से 40 लाख को पहले दिन पहली खुराक लगी थी।
हालांकि डॉक्टर तीसरी लहर आहट महसूस करने लगे हैं, जो भारत में हाल में शुरू हुई है। उदाहरण के लिए नई दिल्ली स्थित एम्स ने 5 जनवरी से 10 जनवरी तक की शीतकालीन छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इसने ओमीक्रोन के खतरे के कारण सभी कर्मचारियों से तत्काल काम पर लौटने को कहा है। दिल्ली में दैनिक मामले 33 फीसदी बढ़कर 5,400 हो गए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी आज संक्रमित पाए गए। वेंटिलेटर पर मरीजों का आंकड़ा भी एक दिन में बढ़कर दोगुना यानी 14 हो गया। ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीज भी एक दिन में 124 से बढ़कर 168 हो गए। देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में आज 10,860 ताजा मामले दर्ज किए गए, जो सोमवार को 8,082 मामलों की तुलना में 34 फीसदी अधिक हैं। इस हालातों में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने फैसला किया है कि सभी सरकारी कार्यालय पूरी तरह बंद होंगे। सरकारी कर्मचारी अस्पताल जैसी आवश्यक सेवाओं को छोड़कर घर से काम करेंगे। दिल्ली में मेट्रो स्टेशनों और बस स्टैंड पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मेट्रो और बसें पूरी क्षमता पर चलेंगी।
देश में मंगलवार तक चिह्नित ओमीक्रोन के कुल मामले बढ़कर 1,892 पर पहुंच गए। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन संक्रमण दर ऊंची रही। यह मंगलवार को 8 फीसदी से ऊपर निकल गई, जो खतरे की श्रेणी में है। लेकिन राज्य सरकार ने पूर्ण लॉकडाउन से इनकार किया है। हालांकि मुंबई कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहता है। मुंबई के गंभीर उपचार अस्पतालों और कोविड के लिए निर्धारित अस्पतालों में पिछले कुछ दिनों से मरीज बढ़ रहे हैं। उदाहरण के लिए पीडी हिंदुजा अस्पताल के कोविड वार्ड में अब 50 मरीज हैं, जो वार्ड की क्षमता का 60 फीसदी हैं। वहीं 10 दिन पहले वार्ड में 10 से 11 मरीज थे। पीडी हिंदुजा हॉस्पिटल के सीओओ जय चक्रवर्ती ने कहा, 'पहले की तुलना में ऑक्सीजन की जरूरत कम है। सरकार ने संकेत दिया है कि केवल उन्हीं मरीजों को भर्ती किया जाए, जिनमें लक्षण दिख रहे हैं।'
मुंबई के नगर निकाय बीएमसी ने ताजा दिशानिर्देश जारी किया है कि अगर किसी इमारत में 20 फीसदी से ज्यादा फ्लैटों में कोविड-19 संक्रमित मरीज हैं तो उन इमारतों को सील किया जाए। बीएमसी के स्कूल 31 जनवरी तक बंद कर दिए गए हैं। मुंबई में ज्यादातर बेड सरकारी अस्पतालों में हैं, जो अब भरने लगे हैं। विशेषज्ञों ने चेताया है कि भारत जैसे इतनी अधिक आबादी वाले देश में ओमीक्रोन के गंभीर मामलों के छोटे अनुपात से भी स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर दबाव बढ़ सकता है। दूसरी लहर जैसे हालातों के दोहराव से बचने के लिए दिल्ली सरकार 5 बड़े सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन टैंकों में टेलीमीटरी उपकरण लगा रही है। प्रेस बयान में कहा गया है, 'कोविड वार रूम के जरिये ऑक्सीजन स्तर की लाइव निगरानी की जाएगी।' तमिलनाडु सरकार भी दो दिन का कफ्र्यू लगाने के बारे में विचार कर रही है। पश्चिम बंगाल सरकार ने नागर विमानन मंत्रालय को लिखा है कि आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंधों के कारण पर्यटकों को हुई असुविधा के बावजूद राज्य प्रतिबंध बरकरार रखेगा क्योंकि ऐसा करना राज्य में कोविड के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक है।
(साथ में शाइन जैकब और ईशिता आयान दत्त)
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