दोपहिया कंपनी टीवीएस मोटर का शेयर कुछ सत्र पहले के उच्चस्तर से 13 फीसदी नीचे आ चुका है। सकारात्मक खबरों मसलन बीएमडब्ल्यू संग उसके करार का विस्तार होने के बाद भी यह शेयर नुकसान थामने में अक्षम रहा। इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में गहराती प्रतिस्पर्धा के अतिरिक्त दोपहिया की कमजोर मांग और महंगे मूल्यांकन ने कुछ ब्रोकरेज फर्मों को बिक्री की रेटिंग देने के लिए प्रोत्साहित किया। इस शेयर के लिए अल्पावधि का संकेतक बीएमडब्ल्यू मोटराड (बीएमडब्ल्यू की दोपहिया इकाई) के साथ करार है, जो संयुक्त रूप से नया प्लेटफॉर्म और भविष्य की तकनीक विकसित करने के लिए है। दोनों कंपनियां साथ मिलकर इलेक्ट्रिक दोपहिया विकसित करेंगी और उसका निर्यात करेंगी। यह सौदा आठ पहले हुई रणनीतिक साझेदारी को आगे जा रहा है और इस गठजोड़ से 310 सीसी प्लेटफॉर्म पर तीन उत्पाद विकसित हुए, जिसमें टीवीएस अपाचे आरआर 310 शामिल है। बीएमडब्ल्यू संग करार के अलावा कंपनी ने ऑटो टेक स्टार्टअप में निवेश किया है। कंपनी स्विस टेक्नोलॉजी कंपनी ईजीओ मूवमेंट में बहुलांश हिस्सेदारी ले रही है, जो ई-बाइक, ई-कार्गो बाइक और ई-स्कूटर्स बनाती है। कंपनी ईवी उत्पादन क्षमता 1,000 वाहन मासिक से अगले साल 10,000 वाहन करना चाहती है। साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष के आखिर में 33 शहरों में उसका वितरण नेटवर्क होगा। बिक्री की रेटिंग देने वाली सिटी रिसर्च का मानना है कि स्कूटर के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धियों की तरफ से नए ईवी मॉडल के प्रहार से कंपनी काफी ज्यादा प्रभावित होगी। मौजूदा पोर्टफोलियो में टीवीएस मोटर के कुल वॉल्यूम में स्कूटर की हिस्सेदारी 27 फीसदी है। प्रतिस्पर्धा के दबाव के अतिरिक्त सिटी का मानना है कि कंपनी का इलेक्ट्रिक स्कूटर आईक्यूब विशिष्टता के मामले में अपेक्षाकृत कमजोर है। ईवी में गहराती प्रतिस्पर्धा, दोपहिया की कमजोर मांग और प्रीमियम मूल्यांकन के कारण मॉर्गन स्टैनली ने अंडरवेट रेटिंग दी है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि ईवी के मोर्चे पर कुछ घोषणाएं होंगी, जिसमें गोगोरो संग साझेदारी में हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो की घोषणा शामिल है। नवंबर में दोपहिया की बिक्री में नरमी इस क्षेत्र पर और टीवीएस मोटर पर पड़ेगी। नवंबर में कंपनी ने वॉल्यूम में 15.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की। यह स्कूटर व मोपेड की सालाना आधार पर 29 से 40 फीसदी की गिरावट की पृष्ठभूमि में हुई। कुल वॉल्यूम में इन दोनों क्षेत्रों का योगदान 43 फीसदी है। नवंबर में इस क्षेत्र में रही सुस्ती बढ़ती कीमत आदि के कारण देखने को मिली, पर कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों का मानना है कि इसका परिदृश्य सुस्त रहेगा और वित्त वर्ष 22 में दोपहिया निर्माताओं के वॉल्यूम के अनुमान को डाउनग्रेड किया जा सकता है। कीमतों में गिरावट की एक वजह मूल्यांकन हो सकती है। सितंबर की शुरुआत से नवंबर में उच्चस्तर पर पहुंचने तक इस शेयर में 43 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। तब से उसमें 18 फीसदी की गिरावट आई है और यह वित्त वर्ष 23 के आय अनुमान के 21 गुने पर ट्रेडिंग कर रहा है। इसमें और गिरावट मूल्यांकन को ऐतिहासिक औसत से नीचे ले आएगा, ऐसे में इस शेयर पर विचार से पहले निवेशकों को वॉल्यूम मेंं सुधार का इंतजार करना चाहिए।
