अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज और इन्फो एज (इंडिया) को निफ्टी-50 में शामिल होने की दौड़ में देखा जा रहा है। इस बीच, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की इस इंडेक्स से विदाई हो सकती है। यह अनुमान एडलवाइस ऑल्टरनेटिव रिसर्च के आकलन पर आधारित है। ये शुरुआती अनुमान हैं क्योंकि निफ्टी सूचकांकों में बदलाव के आकलन की कटऑफ तारीख 31 जनवरी, 2022 को समाप्त हो रही है। इंडेक्स में अर्धवार्षिक बदलाव 31 मार्च, 2022 को होगा और इन बदलावों की औपचारिक घोषणा फरवरी के दूसरे पखवाड़े में होगी। एडलवाइस सिक्योरिटीज के प्रमुख (ऑल्टरनेटिव व क्वांटिटेटिव रिसर्च) अभिलाष पगारिया ने एक नोट में कहा है, चार महीने के मौजूदा फ्री-फ्लोट मार्केट कैप और भविष्य के सात हफ्ते के मार्केट कैप के अनुमान का इस्तेमाल से आकलन के बाद हमारा मानना है कि अपोलो हॉस्पिटल्स की संभाव ना इन्फो एज के मुकाबले ज्यादा है। अभी दोनों ही शेयर इंडियन ऑयल के फ्री-फ्लोट मार्केट कैप का 1.5 गुना है। पगारिया का कहना है कि अगर आईओसी का शेयर अगले कुछ हफ्तों में मौजूदा स्तर से 10-15 फीसदी चढ़ता है और अपोलो हॉस्पिटल्स या इन्फो एज अपरिवर्तित रहता है तो यथास्थिति बनी रह सकती है। निफ्टी में शामिल किए जाने के चार-5 मानक हैं। उनमें से एक यह है कि इसमें शामिल होने वाले शेयर का फ्री-फ्लोट मार्केट कैप इससे निकलने वाले शेयर का कम से कम 1.5 गुना होना चाहिए। इसके अलावा निफ्टी में शामिल होने के लिए यह शेयर वायदा व विकल्प में भी कारोबार के लिए उपलब्ध होना चाहिए। एवेन्यू सुपरमाट्र्स भारत की 15 मूल्यवान कंपनियों में शामिल है और वह ज्यादातर मानक पूरे करती है। हालांकि वह इसकी पात्र नहीं है क्योंंकि यह शेयर एफऐंडओ का हिस्सा नहीं है। हाल के हफ्तों में एनएसई ने एफऐंडओ में एक दर्जन शेयरों के शामिल होने का ऐलान किया है। हालांकि डीमार्ट उसमें शामिल नहीं हो पाई। इस बीच, पगारिया का अनुमान है कि बैंक ऑफ बड़ौदा अब बैंक निफ्टी इंडेक्स में आरबीएल बैंक की जगह ले सकता है। साथ ही परसिस्टेंट सिस्टम्स अब निफ्टी आईटी इंडेक्स में एलऐंडटी टेक्नोलॉजी की जगह ले सकती है। माइंडट्री, जोमैटो, एसआरएफ और आईआरसीटीसी इस इंडेक्स में शामिल हो सकती हैं वहीं, येस बैंक, आईजीएल, जिंदल स्टील और एचपीसीएल इससे बाहर हो सकती हैं।
