लोगों के बीच कोविड-19 टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा टीका नहीं, ईंधन नहीं पहल के आह्वान के साथ औरंगाबाद के पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (पीडीए) ने गुरुवार से अपने पेट्रोल पंपों पर सेवा के समय में कटौती करने का फैसला किया है ताकि इस अभ्यास के लिए रात की पाली में काम करने वाले कर्मचारियों का उपयोग दिन के दौरान किया जा सके। जिले के पेट्रोल पंप पर सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक ईंधन की आपूर्ति की जाएगी। पीडीए की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पेट्रोल पंपों पर मानव संसाधन की कमी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। औरंगाबाद के जिलाधिकारी ने हाल में पेट्रोल डीलरों को वाहनों में ईंधन भरवाने के लिए पेट्रोल पंप आने वाले लोगों के टीकाकरण प्रमाण पत्र की जांच करने का आदेश जारी किया था। अभियान के तहत टीकाकरण नहीं कराने वाले लोगों को 25 नवंबर से ईंधन नहीं दिया जाएगा। पीडीए ने कहा कि उसने इस पहल का समर्थन करने का फैसला किया है, लेकिन पेट्रोल पंप पर सेवा के समय में कटौती की जाएगी ताकि इस अभ्यास के लिए दिन के दौरान पूरे मानव संसाधन का इस्तेमाल किया जा सके। जिले के पेट्रोल पंप पर ग्राहकों को सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक ईंधन की आपूर्ति की जाएगी। यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि टीकाकरण प्रमाणपत्रों की जांच के लिए पेट्रोल पंपों को अतिरिक्त मानव संसाधन की आवश्यकता होगी। पीडीए सचिव अकील अब्बास ने कहा कि हम दिन के दौरान उन कर्मचारियों को तैनात करेंगे जिन्हें हम पहले देर रात ग्राहकों को संभालने के लिए इस्तेमाल करते थे। आपातकालीन सेवा में लगे वाहन ईंधन भरवाने के लिए कंपनी के पेट्रोल पंप पर जा सकते हैं, इसके अलावा वे स्थानीय शासी निकायों और पुलिस विभाग द्वारा संचालित पेट्रोल पंपों पर भी जा सकते हैं। जिले में टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए औरंगाबाद के कलेक्टर सुनील चव्हाण ने उचित मूल्य की दुकानों, गैस एजेंसियों और पेट्रोल पंपों के अधिकारियों को ग्राहकों के टीकाकरण प्रमाण पत्र को देखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अगर आदेश का पालन नहीं किया जाता है तो प्रशासन संबंधित लोगों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं महामारी रोग अधिनियम के तहत कार्रवाई करेगा। कलेक्टर ने हाल ही में यह भी आदेश दिया था कि जिन लोगों ने कोविड रोधी टीके की एक भी खुराक नहीं ली है, उन्हें औरंगाबाद के ऐतिहासिक स्थलों और स्मारकों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। औरंगाबाद राज्य के 36 जिलों में टीकाकरण के लिहाज़ से 26वें स्थान पर है। जिले में महज 55 फीसदी पात्र लोगों का टीकाकरण किया गया है जबकि राज्य में 74 फीसदी लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
