मंडियों में आवक बढऩे से प्याज के दाम गिर रहे हैं। मंडियों में ऊंचे भाव का लाभ उठाने के लिए भंडारण वाले पुराने प्याज की आवक बढ़ गई है। इसके साथ ही नए प्याज की आवक होने लगी है जिससे प्याज सस्ता होने लगा है। कारोबारियों के मुताबिक अब नए प्याज की आवक जोर पकड़ेगी जिससे दाम और नीचे आ सकते हैं। पिछले महीने मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में 1,000 ररुपये से 4,100 रुपये प्रति क्विंटल बिकने वाला प्याज इन दिनों 800 से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। दिल्ली की मंडियों में 2,500 से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल बिकने वाले प्याज के दाम घटकर 1,500 से 2,400 रुपये क्विंटल रह गए हैं। भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढवे ने बताया कि पिछले महीने बारिश से नुकसान की खबर से दाम काफी बढ़ गए थे। भंडारणकर्ताओं ने भी ज्यादा दाम की उम्मीद में आवक घटा दी थी जिससे प्याज महंगा हो गया था। भाव अच्छे मिलते देख भंडारणकर्ताओं ने मंडियों में आवक बढ़ानी शुरू कर दी जिससे अब प्याज के दाम गिर रहे हैं। महाराष्ट्र के नासिक जिले के प्याज किसान संतराम डोंगरे ने कहा कि बारिश से गीले हुए प्याज के सडऩे के डर के बीच ऊंचे भाव पर लाभ कमाने के लिए भंडारणकर्ता इसे बेचने की जल्दी में है जिससे मंडियों में आवक बढऩे से दाम घटे हैं। अब 15 से 20 दिनों में भंडारण वाला प्याज खत्म हो जाएगा। हालांकि तब तक नए प्याज की आवक जोर पकडऩे लगेगी जिससे प्याज की कीमतों में नरमी बरकरार रहने की संभावना है। आजादपुर मंडी के प्याज कारोबारी पीएम शर्मा ने बताया कि मंडी राजस्थान से नए प्याज की आवक खूब हो रही है। पुराने प्याज भी आ रहे हैं। इन दिनों मंडी में पुराने और नए मिलाकर 80 से 100 गाड़ी प्याज की आवक हो रही है, जबकि पिछले महीने 40 से 60 गाड़ी की ही आवक हो रही थी। गाढवे नेकहा कि किसान बीज सस्ता होने के कारण रबी सीजन का प्याज खूब लगा रहे हैं।
