आर्थिक गतिविधियों के अधिक आवृत्ति वाले संकेतकों ने हालिया सप्ताह में और सुधार होने के संकेत दिए हैं। भारतीय रेलवे ने एक सप्ताह पहले के 6.1 प्रतिशत की तुलना में नवीनतम सप्ताह में मात्रा के लिहाज से 10.7 प्रतिशत ज्यादा माल ढोया है। माल ढुलाई से होने वाली यह आय, जिसे माल ढुलाई राजस्व कहा जाता है, एक सप्ताह पहले के 17.7 प्रतिशत के मुकाबले 21.6 प्रतिशत अधिक रहा। सर्च इंजन गूगल की आवागमन संबंधी रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार अब लोग भी पहले से ज्यादा घूम-फिर रहे रहे हैं। इस रिपोर्ट में जगह की पहचान जाहिर नहीं की जाती। ताजा आंकड़े 18 नवंबर के हैं। कार्यस्थल की आवागमन संख्या अब महामारी आने से पहले के स्तर से केवल 5.9 प्रतिशत कम है। खुदरा केंद्रों और मनोरंजन स्थल की यात्रा समान समयावधि की तुलना में 1.6 प्रतिशत कम है। दीवाली उपरांत गिरावट के बाद बिजली उत्पादन में सुधार जारी है। 21 नवंबर को समाप्त होने वाले सप्ताह के दौरान देश भर में बिजली उपयोगिता केंद्रों ने प्रतिदिन औसतन 347.3 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जो एक सप्ताह पहले के 345.8 करोड़ यूनिट से कुछ ज्यादा है। नवीनतम सप्ताह के दौरान बिजली उत्पादन वर्ष 2020 के समीक्षाधीन सप्ताह की तुलना में 8.8 प्रतिशत अधिक रहा और यह वर्ष 2019 के इसी सप्ताह के उत्पादन की तुलना में 5.6 प्रतिशत अधिक था। बिज़नेस स्टैंडर्ड नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन की भी निगरानी करता है। यह औद्योगिक गतिविधि और वाहनों से निकलता है। इसकी अधिक संख्या से आर्थिक गतिविधि की अधिकता का संकेत दिया जा सकता है। दिल्ली का उत्सर्जन वर्ष 2019 की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक था। हाल के दिनों में दिल्ली में प्रदूषण के अधिक स्तर को कम करने के लिए स्कूलों और कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों को बंद कर दिया गया है। सर्वोच्च न्यायालय ने प्रदूषण के खतरनाक स्तर के मद्देनजर कार्यालयों को बंद किए जाने के लिए कहा था। मुंबई का उत्सर्जन सुस्त रहा है। नई दिल्ली में यातायात में गिरावट नजर आई है। स्थिति की जानकारी देने वाली वैश्विक प्रौद्योगिकी फर्म टॉमटॉम इंटरनेशनल के आंकड़ों से पता चलता है कि वर्ष 2019 के स्तर की तुलना में नवीनतम सप्ताह में यातायात 27 प्रतिशत कम रहा। एक सप्ताह पहले इसमें 24 प्रतिशत की गिरावट आई थी। मुंबई में यातायात की भीड़-भाड़ वर्ष 2019 के स्तर से 33 प्रतिशत कम रही, जबकि उससे पिछले सप्ताह यह 40 प्रतिशत कम थी। बिज़नेस स्टैंडर्ड इन संकेतकों पर नजर रखता है ताकि अर्थव्यवस्था की स्थिति की मौजूदा तस्वीर मिल सके। वृहत अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े आम तौर पर कुछ अंतराल के बाद जारी किए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक इसी तरह के संकेतकों पर नजर रख रहे हैं। विभिन्न देशों ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए उपाय किए हैं, जिनका आर्थिक प्रभाव अलग-अलग रहा। साप्ताहिक आंकड़े इस बात को समझने में मदद करते हैं कि आधिकारिक आंकड़े जारी होने से पहले इस तरह के उपायों से असल हालात में किस तरह का बदलाव हो सकता है। सर्च इंजन गूगल के आवागमन के आंकड़ों को छोड़कर शेष सभी आंकड़े रविवार 21 नवंबर तक के हैं। गूगल के आवागमन के आंकड़े कुछ अंतराल के बाद जारी किए जाते हैं। नवीनतम आंकड़े 18 नवंबर तक के हैं।
