देश की आर्थिक राजधानी मुंबई आने जाने वाले लोगों को अब रेलवे स्टेशन पर ही सस्ती दरों में ठहरने की व्यवस्था हो गई है। मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर अपनी तरह का पहला पॉड होटल खुल गया है, जिसमें भारतीय रेलवे के यात्री और यहां तक कि आम लोग भी अब अपेक्षाकृत सस्ती दरों पर आधुनिक विश्राम सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। यहां ठहरने के लिए 12 घंटे के लिए 999 रुपये और 24 घंटे के लिए 1,999 रुपये का भुगतान करना होगा। भारतीय रेलवे के पहले पॉड होटल का उद्घाटन बुधवार को रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने दक्षिण मुंबई के चर्चगेट स्टेशन से डिजिटल तरीके से किया। दानवे ने कहा कि यात्रियों को पॉड-कॉन्सेप्ट होटल में किफायती दरों पर ठहरने की सुविधाएं मिलेंगी। पॉड होटल को कैप्सूल होटल भी कहा जाता है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के अधिकारियों ने पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर पॉड होटल की शुरुआत के मौके पर बताया कि मुंबई सेंट्रल टर्मिनस की पहली मंजिल के इस पॉड होटल में कुल 48 कमरे हैं। इन कमरों की लंबाई 7 फुट तथा चौड़ाई और ऊंचाई 4 फुट है। लोगों को यह 12 घंटे से 24 घंटे के लिए उपलब्ध होंगे। पश्चिम रेलवे (डब्ल्यूआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इस पॉड होटल में ठहरने के लिए 12 घंटे के लिए 999 रुपये और 24 घंटे के लिए 1,999 रुपये का भुगतान करना होगा, जहां वाईफाई, टीवी, एक छोटा लॉकर, आईना और रीडिंग लाइट आदि जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पॉड होटल में कई छोटे बिस्तर वाले कैप्सूल होते हैं और यह यात्रियों को रात भर ठहरने के लिए किफायती आवास प्रदान करता है। पॉड कमरे चार तरह के हैं, जिनमें 30 पॉड कमरे क्लासिक, सात पॉड कमरे महिलाओं के लिए, 10 पॉड कमरे निजी और एक पॉड दिव्यांगों के लिए आरक्षित किया गया है। आईआरसीटीसी ने खुली बोली (ओपन टेंडर) प्रक्रिया के माध्यम से नौ साल के लिए पॉड (पीओडी) कमरों की स्थापना, संचालन और प्रबंधन का ठेका दिया है, जिसे तीन साल तक बढ़ाया जा सकता है। पॉड सुविधा मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर स्टेशन बिल्डिंग की पहली मंजिल पर स्थित है और लगभग 3,000 वर्ग फुट क्षेत्र में तैयार किया गया है। जापान, रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, नीदरलैंड, सिंगापुर और मलेशिया में बड़े पैमाने पर पॉड होटल हैं। कम पैसे में रहने की सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बनाए गए छोटे-छोटे कमरों के होटल को पॉड होटल कहते हैं। इसके छोटे साइज के चलते इसे कैप्सूल होटल भी कहा जाता है। पॉड होटल को सबसे पहले जापान में विकसित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में छोटे बिस्तर के आकार के कमरे हैं। पॉड होटल उन मेहमानों के लिए किफायती, बुनियादी रात भर आवास प्रदान करते हैं, जिन्हें पारंपरिक होटलों द्वारा पेश किए जाने वाले बड़े, अधिक महंगे कमरों की आवश्यकता नहीं होती है या जो खर्च नहीं कर सकते हैं।
