केयर्न एनर्जी पीएलसी ने आज घोषणा की कि भारत सरकार से कर रिफंड के रूप में मिलने वाली करीब 1 अरब डॉलर (7,900 करोड़ रुपये) की राशि का उपयोग शेयर पुनर्खरीद में करेगी। पिछली तिथि से कराधान प्रावधान को सरकार के द्वारा निरस्त किए जाने के बाद केयर्न एनर्जी ने इससे संबंधित कर मांग के विरोध में दायर किए गए सभी मामलों को वापस लेने की घोषणा की थी। कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि केयर्न एनर्जी ने 2 करोड़ पाउंड तक के साधारण शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है और बड़ी पुनर्खरीद भारत से कर रिफंड प्राप्त होने के बाद की जा सकती है। केयर्न ने शेयर पुनर्खरीद के लिए मॉर्गन स्टैनली के साथ करार किया है। साधारण शेयरों की पुनर्खरीद 15 नवंबर, 2021 से 31 जनवरी, 2022 के बीच की जाएगी। इसके तहत कुल खरीद 2 करोड़ पाउंड से अधिक की नहीं होगी। इस घोषणा के साथ साधारण शेयरों की कोई भी खरीद पूर्व निर्धारित मानदंडों और प्रासंगिक नियमन के तहत की जाएगी। कंपनी इस अवधि के दौरान किसी भी दिन खरीदे गए शेयर की घोषणा हर दिन करेगी। केयर्न ने पहले भी कहा था कि वह भारत सरकार के साथ कराधान समझौते के बाद मिलने वाली राशि का उपयोग शेयर पुनर्खरीद और कारोबार के विस्तार पर करेगी।
