निकट भविष्य में कमजोर मार्जिन परिदृश्य और सुधार की कोई गुंजाइश न दिखने के कारण गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (जीसीपीएल) के शेयर पर दबाव दिख सकता है। दूसरी तिमाही के दौरान इस शेयर में कोई खास तेजी नहीं दिखी और आय अनुमान में मामूली संशोधन किए जाने से शुक्रवार को कारोबार के दौरान इसमें 3.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। यहां तक कि कंपनी की समेकित बिक्री में सालाना आधार पर 8.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जिसमें गुड नाइट और सिंथॉल जैसे ब्रांड के उत्पादों की बिक्री भी शामिल है। लेकिने मार्जिन में भारी संकुचन के कारण कंपनी के परिचालन लाभ में गिरावट दर्ज की गई। पाम ऑयल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी होने और कच्चे तेल में तेजी के कारण कंपनी का मार्जिन करीब 616 आधार अंक घटकर 50 फीसदी के दायरे में आ गया। इसमें घरेलू सकल मार्जिन का उल्लेखनीय प्रभाव रहा जो 830 आधार अंकों की गिरावट के साथ 48.1 फीसदी रह गया। जेएम फाइनैंशियल के रिचर्ड लियु और विक्की पंजाबी ने कहा कि जीसीपीएल का सितंबर तिमाही का वित्तीय नतीजा मार्जिन के मोर्चे पर अचंभित करने वाला रहा। सकल मार्जिन में उस स्तर की गिरावट दिखी जो वित्त वर्ष 2009 में दिखी थी जब कंपनी साबुन कारोबार पर काफी निर्भर थी। उसके बाद कंपनी ने अपने कारोबार का विविधीकरण गैर-साबुन श्रेणियों में किया जिससे पाम ऑयल जैसे कच्चे माल पर निर्भरता कम हुई। हालांकि कर्मचारी लागत, विज्ञापन एवं विपणन लागत और अन्य खर्च में 3 से 5 फीसदी की गिरावट के कारण परिचालन मुनाफा मार्जिन में गिरावट 200 आधार अंकों तक सीमित रही। कंपनी दिसंबर से अपने उत्पादों के दाम बढ़ाने की तैयारी कर रही है लेकिन मार्जिन पर दबाव निकट भविष्य में भी बने रहने की आशंका है। कंपनी मांग को प्रभावित किए बिना बढ़ी हुई लागत का पूरा बोझ उपभोक्ताओं के कंधों पर नहीं डाल सकती है। जीसीपीएल मार्जिन बढ़ाने के बजाय मात्रात्मक बिक्री आधारित वृद्धि और बाजार हिस्सेदारी हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हालांकि लाभप्रदता पर दबाव के कारण वित्त वर्ष 2022 में आय को करीब 3 फीसदी का झटका लगा है लेकिन कीमतों में वृद्धि किए जाने, अधिक मात्रात्मक बिक्री होने और लागत बचाने के उपायों के बल पर मार्जिन में चालत वित्त वर्ष के अंत तक स्थिरता दिख सकती है। मार्जिन के दबाव में होने के बावजूद बिक्री के मोर्चे पर प्रदर्शन बाजार के अनुमान के मुताबिक रहा। घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री में 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी के कुल समेकित राजस्व में घरेलू बाजार का योगदान करीब 60 फीसदी है। इसके साथ ही होम केयर श्रेणी में 7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि घरेलू कीटनाशक श्रेणी (गुडनाइट, हिट आदि) में एकल अंक की वृद्धि और फैबरिक केयर (ईजी) एवं एयर फ्रेशनर (एअर) श्रेणी में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई। अनियमित मॉनसून के कारण घरेलू कीटनाशक श्रेणी में बिक्री प्रभावित हुई। दूसरी तिमाही में कमजोर प्रदर्शन के बावजूद अधिकतर ब्रोकरेज ने कंपनी की संभावनाओं के लिए सकारात्मक राय जाहिर की है। एमके ग्लोबल रिसर्च का मानना है कि कंपनी वित्त वर्ष 2022 से वित्त वर्ष 2024 के दौरान राजस्व में दो अंकों की वृद्धि और आय में 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर सकती है।
