मध्य प्रदेश सरकार पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन अवर टाइम्स' पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को कहा कि सरकार इस विषय पर कानूनी सलाह ले रही है। बाबरी-मस्जिद रामजन्मभूमि विवाद और उससे जुड़ी कानूनी लड़ाई पर केंद्रित इस किताब ने कथित तौर पर हिंदुत्व की तुलना इस्लामिट स्टेट जैसे आतंकी समूहों से करके राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के नेता हिंदुत्व को नुकसान पहुंचाने का कोई मौका नहीं गंवाते हैं और खुर्शीद भी इसी विचार को आगे बढ़ा रहे हैं। मिश्रा ने कहा, 'जिस हिंदुत्व के बारे में सर्वोच्च न्यायालय कह चुका है कि वह एक जीवनशैली है, उस हिंदुत्व पर भी उन्होंने सवाल उठा दिए। अब सोनिया गांधी जी इसको स्पष्ट करें कि वह किसके साथ हैं?' इससे पहले उन्होंने कहा था कि सलमान खुर्शीद हों या दिग्विजय सिंह, ये किताब ही इसलिए छापते हैं ताकि विवाद हो। ये तुष्टीकरण की राजनीति के पोषक हैं। देश के अंदर जितना अलगाव और बिखराव ये लोग पैदा करते हैं, कोई नहीं करता। उधर कांग्रेस ने मिश्रा के वक्तव्य को राजनीतिक जुमलेबाजी करार देते हुए कहा है कि लोग किताब को ऑनलाइन खरीद सकते हैं और ऐसे बयान देकर राज्य सरकार अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला कर रही है। राजधानी भोपाल के अधिवक्ता दीपक बुंदेले कहते हैं, 'मैंने पुस्तक नहीं पढ़ी है लेकिन मीडिया में आ रही जानकारी के अनुसार मानें तो किन्हीं संदर्भों में हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे संगठनों से की गई है। यदि यह सत्य है तो सरकार विधि विशेषज्ञों से सलाह लेकर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 95 के तहत किताब पर प्रतिबंध लगा सकती है। इस धारा में कहा गया है कि विभिन्न समुदायों के बीच घृणा या शत्रुता की भावना को बढ़ावा देने वाली आपत्तिजनक सामग्री को प्रतिबंधित किया जा सकता है।'
