आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) का एबिटा 30 सितंबर को समाप्त तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 213 फीसदी बढ़कर 55.1 करोड़ डॉलर हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह आंकड़ा 17.6 करोड़ डॉलर रहा था। हालांकि इससे पिछली तिमाही में एबिटा 60.7 करोड़ डॉलर पर अधिक रहा था। लौह अयस्क की कीमतों में तेजी और ऊर्जा लागत बढऩे से एबिटा पर दबाव बढ़ गया। तिमाही के दौरान कच्चे इस्पात का उत्पादन बढ़कर 19 लाख टन हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 18 लाख टन रहा था। आर्सेलरमित्तल जनवरी से दिसंबर की अवधि को वित्तीय वर्ष मानती है और एमएम/एनएस इंडिया के आंकड़े तिमाही के दौरान उसकी आय के तहत जारी किए गए हैं। सितंबर 2021 तिमाही साल 2008 के बाद कंपनी के लिए सबसे दमदार तिमाही रही। इस दौरान कंपनी ने 6.1 अरब डॉलर का एबिटा दर्ज किया जो इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 19.9 फीसदी अधिक है। तिमाही के दौरान कंपनी की शुद्ध आय 4.6 अरब डॉलर रही जबकि शुद्ध ऋण बोझ घटकर 3.9 अरब डॉलर रह गया। एएम/एनएस इंडिया के चेयरमैन और आर्सेलमित्तल के सीईओ आदित्य मित्तल ने कहा, 'आर्सेलरमित्तल के तीसरी तिमाही के नतीजे को लगातार कीमतों में तेजी के परिदृश्य से बल मिला। परिणामस्वरूप कंपनी ने तिमाही के दौरान 2008 के बाद सबसे अधिक शुद्ध आय और सबसे कम शुद्ध ऋण दर्ज किया।' मित्तल ने कहा, 'आर्सेलरमित्तल के लिए यह काफी दमदार वर्ष रहा। हमने अपने बहीखाते को नए सिरे से स्थापित किया, कम कार्बन उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था की ओर रुख करने के लिए खुद को तैयार किया, रणनीतिक तौर पर उच्च गुणवत्ता एवं बेहतर रिटर्न वाली परियोजनाओं को रफ्तार दी और हम शेयरधारकों को रिटर्न दे रहे हैं।' एएम/एनएस इंडिया ने हजीरा में क्षमता 1.4 से 1.5 करोड़ टन तक बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके अलावा कंपनी ओडिशा में 1.2 करोड़ टन क्षमता का एक नया संयंत्र भी स्थापित कर रही है।
