फ्यूल को-ब्रांडेड कार्ड वही सही जिसमें इस्तेमाल की गुंजाइश हो बड़ी | बिंदिशा सारंग / October 15, 2021 | | | | |
पेट्रोल और डीजल के लगातार चढ़ते भाव के बीच क्रेडिट कार्ड कंपनियां और बैंक को-ब्रांडेड फ्यूल क्रेडिट कार्ड के जरिये ग्राहकों को लुभाने में जुट गए हैं। इन कार्ड पर अच्छी छूट, कैशबैक और रिवार्ड पॉइंट मिलते हैं। कई कार्ड कंपनियों ने तेल बेचने वाली कंपनियों जैसे इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) आदि के साथ मिलकर ऐसे कार्ड उतारे हैं।
बीपीसीएल और एसबीआई कार्ड ने हाल ही में संपर्करहित को-ब्रांडेड रुपे क्रेडिट कार्ड पेश किया। एसबीआई कार्ड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी राम मोहन राव अमारा कहते हैं, 'बीपीसीएल एसबीआई रुपे कार्ड का लक्ष्य ठीकठाक हैसियत वाले ऐसे ग्राहक हैं, जो ईंधन पर काफी खर्च करते हैं। ' इस कार्ड के जरिये ईंधन खरीदने पर हर 100 रुपये के बदले 13 एक्स रिवार्ड पॉइंट मिलते हैं और 4,000 रुपये तक की हरेक खरीद पर 1 फीसदी ईंधन अधिभार खत्म कर दिया जाता है। इस तरह ग्राहक को 4.25 फीसदी की शुद्घ बचत हो जाती है।
जुलाई में आईसीआईसीआई बैंक और एचपीसीएल ने आईसीआईसीआई बैंक एचपीसीएल सुपर सेवर को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड उतारा है। इंडियन ऑयल भी ऐक्सिस बैंक समेत कई बैंकों के साथ को-ब्रांडेड कार्ड में शामिल है।
ऐक्सिस बैंक के कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रमुख - काड्र्स एवं भुगतान संजीव मोघे कहते हैं, 'ऐक्सिस बैंक आईओसील को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड ग्राहकों की ईंधन खरीद और ऑनलाइन खरीद पर फायदा देता है और फिल्मों एवं रेस्तरां में हुए खर्च पर छूट भी प्रदान करता है।'
फ्यूल कार्ड आम तौर पर को-ब्रांडेड होते हैं यानी इसमें बैंक के साथ तेल कंपनी भी जुड़ी रहती है। मगर कई सादा कार्ड भी हैं, जो ईंधन खरीदने पर रिवार्ड देते हैं।
आकर्षक रिवार्ड
फ्यूल कार्ड में बेहतरीन छूट और कैशबैक मिलते हैं। इंडियालेंड्स के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी गौरव चोपड़ा कहते हैं, 'आपको ईंधन अधिभार पर 1 फीसदी छूट मिल सकती है। जब तेल के भाव चढ़ जाते हैं तो यह अच्छी खासी रकम हो सकती है और इसकी वजह से ज्यादा गाड़ी चलाने वालों की बड़ी बचत हो सकती है।'
इन कार्ड पर रिवार्ड पॉइंट भी मिलते हैं। ज्यादा पॉइंट इक_े होने पर आप उनसे जरूरत का सामान भी खरीद सकते हैं। इनसे सुविधा भी बढ़ जाती है। चोपड़ा समझाते हैं, 'ये कार्ड रसीद इक_ी करने, खर्च के फॉर्म छांटने या बिजनेस माइलेज के लिए कर्मचारियों को तलाशने जैसे बेजा कामों में खर्च होने वाला वक्त भी बचा देते हैं।'
फाइनैंस चार्ज ज्यादा
दिक्कत यह है कि ज्यादातर फ्यूल क्रेडिट कार्ड में कर्ज आगे ले जाने पर ब्याज (अक्सर इसे फाइनैंस चार्ज, एन्युअल परसेंटेज रेट या एपीआर कहा जाता है) बहुत ज्यादा होता है। चोपड़ा कहते हैं, 'इन पर औसत ब्याज दर करीब 24 फीसदी होती है।' यह सामान्य श्रेणी के क्रेडिट कार्ड की औसत एपीआर से 9 फीसदी अधिक है क्योंकि उन कार्डों मे ंयह दर 15 फीसदी के करीब ही होती है। चोपड़ा की सलाह है, 'अपना समूचा बकाया हर महीने चुका दें। यदि आपको बकाया कर्ज अगले महीने सरकाना है तो कम एपीआर वाला कोई दूसरा कार्ड इस्तेमाल करें।'
दायरा भी जांचें
फ्यूल कार्ड चुनते वक्त उसके इस्तेमाल का दायरा जांच लें। बैंकबाजार के मुख्य कार्य अधिकारी आदिल शेट्टी कहते हैं, 'देख लीजिए कि जो फायदा दिया जा रहा है, वह कार्ड जारी करने वाली तेल कंपनी के पंपों पर ही मिलता है या सभी पेट्रोल पंपों पर मिलता है।' आम तौर पर ये कार्ड जारी करने वाली कंपनी के पंपों पर ही इस्तेमाल किए जा सकते हैं। ऐसे में अगर आप ऐसी कंपनी का कार्ड चुनते हैं, जिसके बहुत कम पंप आपके इलाके या राज्य में हैं तो यह आपके लिए बेकार होगा।
इसके बाद फाइनैंस चार्ज, जॉइनिंग फी और वार्षिक शुल्क देख लें। ऐसा कार्ड चुनें, जिसके रिवार्ड पॉइंट एक्सपायर नहीं होते। पैसाबाजार डॉट कॉम के सह निदेशक और बिजनेस हेड - क्रेडिट काड्र्स सचिन वासुदेव कहते हैं, 'आम तौर पर रिवार्ड पॉइंट जारी होने के दो-तीन साल के भीतर खत्म हो जाते हैं। कुछ कार्ड कंपनियां ऐसे रिवार्ड पॉइंट भी देती हैं, जो कभी खत्म ही नहीं होते। ऐसा ही कार्ड चुनें।'
कुछ कार्ड एक निश्चित रकम खर्च करने पर वार्षिक शुल्क माफ कर देते हैं। इसलिए कार्ड चुनते वक्त अपने औसत खर्च और कार्ड की क्रेडिट लिमिट को ध्यान में रखें।
कुछ क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपको कैशबैक या रिवार्ड पॉइंट कुछ खास ऑनलाइन साझेदारों के पास भुनाने या गिफ्ट वाउचर के तौर पर इस्तेमाल करने की इजाजत देती हैं। इसलिए ऑनलाइन स्टोर या ब्रांड आपकी पसंद के होने चाहिए ताकि रिवार्ड पॉइंट और वाउचर आपके काम आ सकें।
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