सितंबर में पीएमएस योजनाओं को शानदार प्रदर्शन रहा। अध्ययन में शामिल 253 पीएमएस योजनाओं में से 140 यानी 55 फीसदी योजनाओं का प्रदर्शन सितंबर में निफ्ट50 के मुकाबले बेहतर रहा। इन योजनाओं ने औसतन 3.3 फीसदी का रिटर्न दिया जो बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी50 के 2.8 फीसदी रिटर्न के मुकाबले बेहतर है। पीएमएस बाजार के आंकड़ों के अनुसार, महीने के दौरान शीर्ष प्रदर्शन करने वाली योजनाओं में इन्वेस्को की कैटरपिलर (9.97 फीसदी) और उसके बाद ग्रीन पोर्टफोलियो की डिविडेंड यील्ड (9.93 फीसदी) और बेलवेदर कैपिटल का ग्रोथ फंड (9.3 फीसदी) शामिल रहीं। हालांकि सितंबर में सभी व्यक्तिगत श्रेणियों- लार्जकैप पीएमएस योजनाएं (2.6 फीसदी औसत रिटर्न), मिडकैप योजनाएं (4.9 फीसदी), मल्टीकैप योजनाएं (3.2 फीसदी), और स्मॉलकैप योजनाएं (4.1 फीसदी)- का प्रदर्शन संबंधित बेंचमार्क सूचकांक के मुकाबले कमतर रहा। एक साल के आधार पर शीर्ष प्रदर्शन करने वाली योजनाओं में ग्रीन पोर्टफोलियो की सुपर30 डायनेमिक (149.1 फीसदी), नेजेन कैपिटल्स का स्पेशल सिचुएशन ऐंड टेक्नोलॉजी फंड (133.9 फीसदी) और वैलेंटिस एडवाइजर्स की राइजिंग स्टार अपरचुनिटी (125.1 फीसदी) शामिल थीं। अध्ययन में शामिल योजनाओं के लिए रिटर्न की गणना समय-भारित दर पर रिटर्न के आधार पर की गई है। इससे फंड मैनेजर के प्रदर्शन की स्पष्ट तस्वीर हासिल करने के लिए योजनाओं से प्रवाह और निकासी का प्रभाव कम होता है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पीएमएस योजनाओं ने विवेकाधीन पोर्टफोलियो के तहत 18.4 लाख करोड़ रुपये का प्रबंधन किया। गैर-विवेकाधीन पोर्टफोलियो के तहत 1.4 लाख करोड़ रुपये और सलाहकार के तहत 1.91 लाख करोड़ रुपये का प्रबंधन किया गया।
