निफ्टी-50 पहली बार 18 हजार के पार | बीएस संवाददाता / मुंबई October 11, 2021 | | | | |
बेंचमार्क निफ्टी-50 सोमवार को पहली बार 18,000 के स्तर के पार चला गया। तकनीकी शेयरों में बिकवाली और रिलायंस इंडस्ट्रीज में मुनाफावसूली के बीच यह इंडेक्स हालांकि दिन के उच्चस्तर से नीचे आया और अंत में 17,945 के स्तर पर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में कारोबार कमजोर रहा क्योंंकि तेल की बढ़ती कीमतों ने महंगाई की चिंता बढ़ा दी।
सत्र के दौरान निफ्टी 18,042 की ऊंचाई पर पहुंचा था। कोटक महिंद्रा ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी के ग्रुप प्रेजिडेंट व एमडी नीलेश शाह ने कहा, अब तक के सर्वोच्च स्तर को निफ्टी का छूना एक यात्रा भर है, न कि गंतव्य। सकारात्मक माहौल, देसी व वैश्विक निवेशकों की तरफ से निवेश और कंपनियों के लाभ में सुधार के चलते बाजार आगे बढ़ रहा है। त्योहारी सीजन की अच्छी शुरुआत हुई है और इसने सकारात्मक रफ्तार को सहारा दिया है।
सेंसेक्स 77 अंक चढ़कर नए सर्वोच्चस्तर 60,136 अंक पर बंद हुआ। कारोबारी सत्र सेंसेक्स 417 अंक चढ़कर 60,476 पर पहुंचा था। बेंचमार्क सूचकांकों को पीछे खींचने में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ा अहम योगदान रहा। यह शेयर बड़े सौदों को लेकर चिंता से 6.3 फीसदी टूट गया। ऐसे बड़े सौदे से पिछले साल इस शेयर में तेजी आई थी, लेकिन अब ऐसे सौदे नहीं मिल रहे हैं। अन्य आईटी शेयर मसलन टेक महिंद्रा, इन्फोसिस और एचसीएल टेक भी टूटे और बाजार के प्रदर्शन पर इसका असर पड़ा। बीएसई आईटी इंडेक्स करीब 3 फीसदी टूटा। रिलायंस इंडस्ट्रीज 2 फीसदी से ज्यादा चढऩे के बाद अंत मे 0.7 फीसदी गिरकर बंद हुआ।
चार को छोड़कर बाकी क्षेत्रीय सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। यूटिलिटी व पावर शेयरों में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज हुई और उनके सूचकांकों में क्रमश: 2.8 फीसदी व 2.6 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई। रियल्टी व ऑटो शेयर भी चढ़े। विश्लेषकों ने कहा कि त्योहारी सीजन में मांग में सुधार की उम्मीद में वाहन क्षेत्र का उम्दा प्रदर्शन जारी है।
सेंसेक्स के शेयरों में मारुति सुजूकी का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा और यह शेयर 3.6 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। वहीं पावरग्रिड मे 3.09 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। बाजार में चढऩे व गिरने वाले शेयरों का अनुपात सकारात्मक रहा और 1,952 शेयरों में बढ़त जबकि 1,481 में गिरावट दर्ज हुई।
विश्लेषकों ने कहा, भविष्य में निवेशक उत्साहित रहेंगे क्योंकि रणनीतिक सुधार और तेजी से हो रहे टीकाकरण ने भारत को तीव्र सुधार की राह पर ला दिया है। साथ ही अर्थव्यवस्था को कोविड-19 महामारी से बाहर निकलने की खातिर मजबूत बना दिया है। तेल की उच्च कीमतें और बॉन्ड का बढ़ता प्रतिफल मुख्य चिंता बना रहेगा।
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