मनोरंजन स्थलों पर लोगों की भीड़ | सचिन मामबटा और कृष्णकांत / October 11, 2021 | | | | |
मार्च 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से किसी भी समय की तुलना में पिछले हफ्ते रिटेल दुकानों और मनोरंजन स्थलों पर अधिक तादाद में लोग गए थे। सर्च इंजन गूगल के मोबिलिटी डेटा के मुताबिक खुदरा और मनोरंजन स्थलों पर जाने वालों की तादाद कोविड से पहले दौर के 90.7 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसमें अज्ञात लोकेशन डेटा का इस्तेमाल कर इस बात का अंदाजा लगाया जाता है कि लोगों की गतिविधियां कैसी हैं क्योंकि कोविड-19 महामारी ने 2020 की शुरुआत में दुनिया भर के लोगों के जीवन को बाधित कर दिया था। 5 अक्टूबर के नए गूगल डेटा से अंदाजा मिलता है कि खुदरा और मनोरंजन यात्राओं का वर्तमान स्तर 18 मार्च के बाद से सबसे अधिक है जब यह सामान्य से 8.7 फीसदी कम हो गया था। कार्यस्थल का दौरा 92.1 फीसदी के स्तर पर वापस आ गया है।
वैश्विक लोकेशन प्रौद्योगिकी कंपनी टॉमटॉम इंटरनैशनल के आंकड़ों के अनुसार ताजा सप्ताह के दौरान यातायात अधिक था। यह मुंबई में सामान्य स्तर के 79 प्रतिशत पर था। नई दिल्ली का यातायात 2019 के स्तर के 88 प्रतिशत पर रहा।
भारतीय रेलवे की माल ढुलाई और इससे होने वाली कमाई दोनों की वृद्धि उच्च स्तर पर रही। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में नवीनतम सप्ताह में माल ढुलाई की मात्रा 10.1 प्रतिशत अधिक थी। पिछले सप्ताह यह 0.9 प्रतिशत अधिक थी। इससे होने वाली कमाई में वृद्धि पिछले सप्ताह के 5.5 प्रतिशत की तुलना में 21.6 प्रतिशत अधिक थी।
पिछले सप्ताह और पिछले वर्ष के इसी सप्ताह की तुलना में बिजली उत्पादन में मामूली वृद्धि हुई है। देश भर में बिजली संयंत्रों ने ताजा हफ्ते के दौरान रोजाना औसतन लगभग 390 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया जो पिछले सप्ताह से लगभग दो प्रतिशत अधिक है। यह 2020 के समान सप्ताह की तुलना में समान मात्रा से थोड़ा ऊपर था और 2019 की तुलना में इसमें लगभग 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखी। आंकड़ों से संकेत मिलते हैं कि इस अवधि के दौरान बिजली उत्पादन में कमी आई है। बिज़नेस स्टैंडर्ड नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन पर भी निगाह रखता है। यह उत्सर्जन औद्योगिक गतिविधियों और वाहनों की वजह से होता है। ज्यादा उत्सर्जन से अक्सर आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी के संकेत मिलते हैं। दिल्ली में 2019 की तुलना में उत्सर्जन में 25 फीसदी की गिरावट आई है। बांद्रा इलाके के आंकड़ों के आधार पर देखें तो मुंबई के उत्सर्जन में 83 प्रतिशत तक की कमी आई है। ये संकेतक आधिकारिक आंकड़ों के जारी होने से पहले अर्थव्यवस्था की मौजूदा तस्वीर का अंदाजा देते हैं। वृहद अर्थव्यवस्था के सरकारी आंकड़े अक्सर अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक समान संकेतकों पर नजर रख रहे हैं क्योंकि कोविड-19 की वजह से कई देश प्रभावित हुए हैं। गूगल डेटा एक अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। इसके आंकड़े 5 अक्टूबर तक के हैं। अन्य सभी डेटा रविवार 10 अक्टूबर तक के हैं।
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