बाजार हलचल | बीएस संवाददाता / October 10, 2021 | | | | |
रिलायंस इंडस्ट्रीज में निवेश बढऩे की संभावना
रिलायंस इंडस्ट्रीज को दिसंबर में एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) से भारी निवेश प्रवाह की संभावना है। इसकी वजह यह है कि उसके आंशिक रूप से चुकता शेयरों को अगले महीने पूरी तरह चुका यानी फुली-पेड शेयरों में तब्दील किए जाने के बाद निफ्टी, सेंसेक्स, और एमएससीआई इंडिया जैसे लोकप्रिय सूचकांकों में उसका भारांक बढ़ेगा। वहीं उसके राइट इश्यू के लिए 628.5 रुपये की आखिरी पेशकश नवंबर में लंबित है। उसके बाद, आंशिक चुकता शेयरों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। आईआईएफएल-इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के उपाध्यक्ष (अल्टरनेट रिसर्च) श्रीराम वेलायुधन का कहना है कि भारत में वृद्घि की वजह से शेयर में प्रवाह करीब 3,200 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा, 'मौजूदा बाजार हालात को देखते हुए हमें विश्वास है कि आप इस संभावित पुन: संतुलित कोशिश में आरआईएल में पोजीशन शुरू कर सकते हैं।' आरआईएल शुक्रवार को 4 प्रतिशत चढ़ गया था। समी मोडक
कीमत वृद्घि से पेंट शेयरों की चमक बढ़ी
रियल एस्टेट क्षेत्र से बढ़ती मांग की वजह से पेंट शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहने की संभावना है। विश्लेषकों का कहना है कि जहां असंगठित क्षेत्र की कंपनियां भी मांग में सुधार दर्ज कर रही हैं, वहीं मजबूत ब्रांड भी राजस्व में अच्छी भागीदारी हासिल करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, सभी पेंट कंपनियों ने वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान दो या तीन बार कीमतें बढ़ाई हैं। एक्जो नोबल, कनसाई नैरोलैक और इंडिगो पेंट्स पर उत्साहित एक विश्लेषक ने कहा, 'बाजार में कीमत वृद्घि की स्वीकार्यता दिखी है और इसका बिक्री पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि सितंबर 2021 में मांग पर थोड़ा प्रभाव पड़ा था, लेकिन यह काफी हद तक दीवाली में विलंब की वजह से दिखा।' सुंदर सेतुरामन
बिकवाली से ओमनी ऑर्गेनिक्स पर दबाव
ओमनी ऑर्गेनिक्स का शेयर शुक्रवार को 4 प्रतिशत से ज्यादा गिर गया, क्योंकि एंकर निवेशकों के लिए 30-दिन की लॉक-इन अवधि समाप्त हो गई। बाजार पर्यवेक्षकों का कहना है कि कई संस्थागत निवेशक मुनाफा वसूली कर सकते हैं क्योंकि शेयर 610 रुपये के अपने निर्गम भाव से दोगुना हो गया है। यह 1,250 रुपये पर बंद हुआ। एडलवाइस अल्टरनेटिव रिसर्च के सहायक उपाध्यक्ष अभिलाष पगारिया ने कहा कि एंकर निवेशकों ने 28 लाख शेयर खरीदे थे। सितंबर में कंपनी के आईपीओ ने 65 गुना अभिदान हासिल किया था। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि एंकर निवेशकों द्वारा बिकवाली की वजह से पैदा हुए बिकवाली दबाव का इस्तेमाल खरीदारी अवसर के तौर पर किया जा सकता है। सुंदर सेतुरामन
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