एयर इंडिया के अधिग्रहण से टाटा समूह की कई कंपनियों सॉफ्टवेयर दिग्गज टीसीएस और जल्द पेश किए जाने वाले टाटान्यू ऐप आदि को अपने-अपने उत्पाद विमानन कंपनी को बेचने में मदद मिलेगी। इसके अलावा समूह तेजी से बढ़ रहे वित्तीय सेवा कारोबार वाली कंपनी टाटा कैपिटल और इंडियन होटल्स (ताज ग्रुप ऑफ होटल्स की परिचालक) के लिए मौके की पहचान कर रहा है, जो एयर इंडिया के ग्राहकों व एयरलाइंस के क्रू मेंबरों को अपने उत्पाद बेचने में सक्षम होंगी। सूत्रों के मुताबिक, टाटा समूह की कई कंपनिया पहले से ही टाटा समूह की तरफ से परिचालित दो विमानन कंपनियों को अपने उत्पादों की आपूर्ति कर रही है और एयर इंडिया के अधिग्रहण से इन्हें अपने उत्पाद सस्ते दामों पर बेचने में मदद मिलेगी क्योंकि इनका वॉल्यूम बढ़ जाएगा। टीसीएस के सीईओ व एमडी राजेश गोपीनाथन ने कहा कि कंपनी एयर इंडिया के तकनीकी अनुबंध हासिल करने की दौड़ में होगी। गोपीनाथन ने कहा, मुझे लगता है कि एयर इंडिया का अधिग्रहण यहां मौजूद आशावाद को रेखांकित करता है। हम दुनिया भर में विमानन उद्योग को तकनीकी सेवाएं मुहैया कराने वाली अग्रणी कंपनी हैं। हमने पिछले दो साल में ग्राहकों के क्षेत्र में इस तरह की सुदृढ़ता देखी है। गोपीनाथन ने कहा, हम अपनी तरफ से बेहतर कोशिश करेंगे और विमानन कंपनी को पटरी पर लाने और उसकी खोई गरिमा वापस लाने के लिए हमसे जो कुछ हो सकेगा, हम उसमें योगदान करेंगे और उसे दुनिया की सबसे अच्छी विमानन कंपनी में से एक बनाएंगे। समूह के आंतरिक सूत्रों ने कहा कि टीसीएस की तरफ से एयर इंडिया को बैक ऐंड सपोर्ट के अलावा टाटान्यू सुपर ऐप एयर इंडिया के टिकट अपने प्लेटफॉर्म पर बेचेगा। विमानन कंपनी के टिकट पहले से ही प्रतिस्पर्धी प्लेटफॉर्म मसलन एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, मेकमाईट्रिप पर उपलब्ध हैंं और टाटा न्यू, एयर इंडिया के साथ को-ब्रांडेड स्कीम के साथ आएगा। उन्होंने कहा, हम टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज को एयर इंडिया के ग्राहकों को इस सुपरऐप के जरिए पेश करने के लिए उनसे बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, जुडऩे वाले अतिरिक्त 12 हजार कर्मचारी टाटा के उत्पादों कार से लेकर रियल एस्टेट के संभावित खरीदार हैं। सबसे बड़ा जुड़ाव इंडियन होटल्स के साथ होगा, जो ताज महल ब्रांड की परिसंपत्तियों का परिचालन देश भर में करती है। ताज की परिसंपत्तियों का इस्तेमाल करने वाले एयर इंडिया के क्रू के अलावा विमानन कंपनी ताज के उत्पादों की बिक्री अपने ग्राहकों को पैकेज के तौर पर कर सकती है। एयर इंडिया के पास 30 लाख फ्रीक्वेंट फ्लायर ग्राहकोंं का आधार है, जिन्हें छूट वाले उत्पादों की पेशकश की जा सकती है। इसके अलावा विमानन कंपनी छूट वाली दर पर गंतव्य पर होटल बुकिंग की पेशकश भी कर सकती है। अधिकारी ने कहा, टाटा समूह के लिए संभावनएं अपार हैं। हमें सुनिश्चित करना होगा कि टाटा समूह की सभी कंंपनियोंं की विपणन टीम एक दूसरे को अपने उत्पाद बेचने में मदद करें। भारत सरकार ने हाल में एयरबस के साथ 56 सैन्य विमान (20,000 करोड़ रुपये) खरीदने का करार किया है और टाटा-एयरबस भारत में 40 विमान बनाएंगे। एयरबस के साथ अनुबंध हासिल करने का अनुभव भविष्य में नागरिक विमान खरीदने में इस्तेमाल किया जाएगा।
