भारतीय यूनिकॉर्न (1 अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली फर्म) की जमात में आज 31वां नाम जुड़ गया। दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट रेस्तरां कंपनी रेबेल फूड्स ने कहा है कि उसने अपनी शृंखला एफ दौर के वित्त पोषण के तहत कतर के सॉवरिन वेल्थ फंड कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (क्यूआईए) के नेतृत्व में निवेशकों से 17.5 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इस वित्त पोषण दौर में कोट्यू और इवोल्वेंस जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी भागीदारी की। इस दौर के निवेश के बाद कंपनी का मूल्यांकन बढ़कर 1.4 अरब डॉलर हो गया जो पिछले साल करीब 80 करोड़ डॉलर था।रेबेल फूड्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी पीयूष कक्कड़ ने कहा, 'हालांकि हम अगला यूनिकॉर्न बनने को लेकर काफी उत्साहित हैं लेकिन हमारा ध्यान रेबेल के तरीके से ग्राहकों के अनुभव में सुधार जारी रखने पर है।'
