प्रमुख औषधि कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स अपने आगामी नाइट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे (नॉन्स) का परीक्षण करने की योजना बना रही है। कंपनी ने कोविड-19 के लिए रोकथाम संबंधी उपाय के तौर पर इसके लिए कनाडा की एक बायोटेक फर्म से करार किया है। खाने वाली एंटीवायरल दवा फैविपिराविर का सफलतापूर्वक परीक्षण करने वाली कंपनी अब अपने कोविड-19 पोर्टफोलियो से राजस्व बढ़ाने के लिए नॉन्स पर दांव लगा रही है।पहली तिमाही के दौरान कोविड-19 से प्राप्त राजस्व ग्लेनमार्क के कुल कारोबार का करीब 10 फीसदी रहा। केवल फैविपिराविर की बिक्री करीब 350 करोड़ रुपये की रही जिससे उसके भारतीय कारोबार में सालाना आधार पर 57 फीसदी बढ़ोतरी हुई। इतना ही नहीं, फैविफ्लू (ग्लेनमार्क का फैविपिराविर का ब्रांड) में कंपनी का मार्जिन करीब 35 फीसदी रहा।ग्लेनमार्क ने भारत एवं अन्य एशियाई बाजारों में कोविड-19 के उपचार के लिए अपने नॉन्स के विनिर्माण, विपणन एवं वितरण के लिए कनाडा की बायोटेक फर्म सैनोटाइज के साथ करार किया है। कंपनी वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी छमाही के दौरान फैबिस्प्रे ब्रांड के तहत नॉन्स को लॉन्च करने योजना बना रही है। औषधि नियामक ने कंपनी को कुछ शर्तों के साथ इसके लिए तीसरे चरण का परीक्षण शुरू करने की मंजूरी दी है। शर्तों में कहा गया है कि कोविड-19 टीका ले चुके व्यक्ति को इससे बाहर रखना चाहिए।ग्लेनमार्क के एमडी एवं सीईओ ग्लेन सल्दान्हा ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि सैनोटाइज द्वारा 4,000 लोगों पर एक प्रमुख क्लीनिकल परीक्षण किया जा रहा है। इसके जरिये यह देखने की कोशिश की जा रही है कि यह दवा कोविड-19 की रोकथाम के लिए कितनी कारगर है।सल्दान्हा ने कहा, 'यदि परीक्षण से साबित होता है कि यह रोकथाम के लिए भी कारगर है तो इसके कई उपयोग हो सकते हैं। इस प्रकार का नाइट्रिक ऑक्साइड सुरक्षित है और यह शरीर से भी उत्पन्न होता है। ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, लोकल ट्रेन आदि का परिचालन सुचारु होने के साथ ही नेजल स्प्रे का व्यापक उपयोग हो सकता है।'भारत में ग्लेनमार्क कोविड-19 रोगियों पर इस दवा का परीक्षण यह देखने के लिए कर रही है कि उपचार पर इसका क्या प्रभाव रहता है। इसलिए इसका परीक्षण कोविड-19 के हल्के संक्रमण वाले मरीजों पर किया जा रहा है। सल्दान्हा ने उम्मीद जताई कि कनाडा में हो रहे इसके व्यापक परीक्षण के आंकड़ों से भी इसके रोकथाम संबंधी गुणों को पहचानने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, 'हम कनाडा में हो रहे परीक्षण के आंकड़ों का फायदा उठाएंगे।'नॉन्स को ऊपरी वायुमार्गों में कोरोनवायरस को मारने के लिए डिजाइन किया गया है ताकि फेफड़ों को संक्रमित होने से रोका जा सके। एक कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, 'यह नाइट्रिक ऑक्साइड पर आधारित है जो एंटी-माइक्रोबायल गुणों के साथ एक प्राकृतिक नैनोमॉलिक्यूल है और जो कोविड-19 संक्रमण के लिए जिम्मेदार वायरस सार्स-सीओवी-2 पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालता है।' मार्च 2021 में सैनोटाइज के क्लीनिकल परीक्षण में यह दर्शाया गया कि नॉन्स एक सुरक्षित और प्रभावी एंटीवायरल उपचार है और इसने कोविड-19 रोगियों में वायरल लोड को काफी कम कर दिया और लक्षणों की गंभीरता को कम कर दिया।
