देश की सबसे पुरानी इस्पात उत्पादक टाटा स्टील समुद्री व्यापार में स्कोप-3 ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन घटाने की अपनी पहलों के साथ सी कारगो चार्टर (एससीसी) में शामिल हो गई है।कंपनी वैश्विक समुद्री माल ढुलाई के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने की दिशा में कार्यरत संगठनों की सूची में शामिल होने वाला 24वां संगठन है, और वह एससीसी की पहचान हासिल करने वाली दुनिया की पहली इस्पात उत्पादक है। एससीसी चार्टरिंग गतिविधियों के तापमान संबंधित कार्यों के आकलन और खुलासे के लिए एक प्रमुख वैश्विक ढांचा है। अक्टूबर, 2020 में शुरू हुए एससीसी में पहले से ही 24 सिग्नेचरीज शामिल हैं।टाटा स्टील में आपूर्ति शृंखला के उपाध्यक्ष पीयूष गुप्ता के हवाले से कहा गया था, 'करीब 4 करोड़ टन सालाना की हमारी समुद्री वैश्विक बिक्री के साथ, नवाचार और दक्षता की दिशा में यह एक महत्त्वपूर्ण कदम है।'एससीसी ने यह आकलन और खुलासा करने के लिए एक साझाा और वैश्विक आधार तैयार किया है कि क्या मौजूदा चार्टरिंग गतिविधियां यूएन मैरिटाइम एजेंसी इंटरनैशनल मैरिटाइम ऑर्गनाइजेशन (आईएमओ) द्वारा निर्धारित तापमान संबंधित लक्ष्यों के अनुरूप हैं या नहीं।कार्बन अकाउंटिंग मानकों के अनुसार, कंपनी के प्रत्यक्ष उत्सर्जन को स्कोप-1 उत्सर्जन कहा गया है, जबकि विद्युत इस्तेमाल स्कोप-2 उत्सर्जन है और स्कोप-3 उत्सर्जन में वैल्यू चेन उत्सर्जन शामिल हैं जो कंपनी की खरीदारी और माल ढुलाई संबंधित गतिविधियों के प्रकार पर आधारित है।
