चालू माह के दौरान मुंबई में संपत्तियों का रिकॉर्ड पंजीकरण होने की उम्मीद है। सितंबर महीने के शुरुआती 21 दिनों में 6,000 से ज्यादा संपत्तियों का पंजीकरण हो चुका है। पितृ पक्ष में पंजीकरण कम होने के बावजूद सितंबर महीने में संपत्तियों के पंजीकरण की संख्या सात हजार के पार जाने की उम्मीद की जा रही है, जबकि पिछले साल सितंबर महीने में 5,597 संपत्तियों का पंजीकरण हुआ था। मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में आवास संपत्तियों का पंजीकरण इस साल अगस्त में बढ़कर 6,784 इकाई पर पहुंच गया। महामारी और करों में छूट हटने के बावजूद पंजीकरण की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की रिपोर्ट के अनुसार, चालू माह सितंबर के पहले 21 दिनों में 6021 इकाइयों को पंजीकृत किया गया है। सितंबर महीने में संपत्तियों के पंजीकरण का यह नया रिकॉर्ड है। इससे पहले सितंबर 2018 के कुल 5913 इकाइयों पंजीकरण हुआ था। पितृपक्ष के आगमान के साथ पंजीकरण कम होना शुरू हो जाएगा, कम होने के बावजूद दिन में औसतन 50 से 100 इकाइयां तो पंजीकृत होंगी, इसके बावजूद सितंबर में कुल पंजीकरण 7,000 इकाई के पार पहुंच जाएगा जो पिछले दशक में एक रिकॉर्ड होगा। रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर में औसत दैनिक पंजीकरण 300 इकाई था, जो अगस्त में 225 इकाई था। स्टैंप ड्यूटी में छूट के बिना संपत्तियों के पंजीकरण में वृद्धि जारी है। यह सिलसिला दूसरे शहरों में भी चालू होने की उम्मीद की जा रही है। गोदरेज प्रॉपर्टीज, मैक्रोटेक, ओबेरॉय और सनटेक जैसी कुछ प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों की परियोजनाओं में लोगों की बढ़ती दिलचस्पी ने पंजीकरण संख्या में तेजी लाई है। पिछले महीने अगस्त में मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में आवासीय संपत्तियों का पंजीकरण पिछले साल के अगस्त के तुलना में दोगुना बढ़कर 6,784 इकाई पहुंच गया था। नाइट फ्रेंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार मुंबई के बीएमसी क्षेत्र (चर्चगेट से दहिसर और कोलाबा से मुलुंड) में अगस्त 2021 में 6,784 इकाइयों का संपत्ति पंजीकरण दर्ज किया गया, जो अगस्त 2020 की तुलना में सालाना आधार पर 157 फीसदी की वृद्धि है। अगस्त 2021 के लिए पंजीकरण, महामारी से पहले की अवधि, अगस्त 2019 की तुलना में भी 16 फीसदी अधिक है। नाइट फ्रेंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि महामारी के बाद मुंबई में संपत्तियों की खरीद-फरोख्त एक बार फिर से मजबूती के साथ आगे बढ़ी है।
