अदाणी एंटरप्राइजेज अगले 10 साल में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 20 अरब डॉलर (करीब 1.40 लाख करोड़ रुपये) का महत्त्वाकांक्षी निवेश करेगी। यह निवेश बिजली उत्पादन, विनिर्माण, पारेषण और वितरण सहित संपूर्ण नवीकरणीय आपूर्ति शृंखला में किया जाएगा। अदाणी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन गौतम अदाणी ने आज कहा कि कंपनी अगले चार साल में अपनी अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता को तीन गुना करेगी। वर्तमान में कंपनी की तापीय ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता 12.5 गीगावाट है और 7 गीगावाट क्षमता का संयंत्र और लगाने की योजना है। अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी की स्थापित क्षमता 15 गीगावाट है। अदाणी ने कहा कि अगले चार साल में कंपनी की स्थापित क्षमता में से 60 फीसदी क्षमता नवीकरणीय ऊर्जा की होगी। अदाणी ने यह भी कहा कि दुनिया की कोई अन्य कंपनी इतने व्यापक स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा का विकास नहीं कर रही है। अदाणी हरित ऊर्जा और बिजली वितरण के क्षेत्र में पहले से मौजूद है लेकिन भारी-भरकम निवेश की घोषणा रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा हरित ऊर्जा के क्षेत्र में उतरने के ऐलान के बाद की गई है। रिलायंस ने अगले तीन साल में इस क्षेत्र में 75,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की थी। रिलायंस ने न्यू एनर्जी ऐंड न्यू मैटीरियल्स इकाई के तहत सौर ऊर्जा उत्पादन और विनिर्माण, हाइड्रोजन उत्पादन, ई-फ्यूल और ऊर्जा भंडारण में निवेश की योजना बनाई है। अदाणी ग्रीन ने इस साल मई में एसबी एनर्जी से 4.9 गीगावाट क्षमता का 3.5 अरब डॉलर के उद्यम मूल्य पर अधिग्रहण किया था। जेपी मॉर्गन निवेशक सम्मेलन में अदाणी ने कहा, '2030 तक हम दुनिया की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा उत्पादक कंपनी बनने की राह पर है। इससे दुनिया की सबसे बड़ा हरित हाइड्रोजन परियोजना स्थापित करने के साथ ही कई नई राह खुलेंगी।' अदाणी समूह अपने महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य वैश्विक दिग्गजों को कड़ी टक्कर देगा। वर्तमान में इटली की इनेल स्पा के पास सबसे ज्यादा 48.7 गीगावाट की अक्षय ऊर्जा क्षमता है और 2030 तक कंपनी ने इसे बढ़ाकर 120 गीगावाट करने का लक्ष्य रखा है। केयर्न एनर्जी इन्वेस्टमेंट कॉर्प की वेबसाइट के अनुसार कंपनी कोयला, तापीय, पवन ऊर्जा उत्पादन क्षेत्र की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। घरेलू बाजार में अदाणी टाटा समूह को सीधे टक्कर देगी। टाटा समूह ने भविष्य में केवल हरित ऊर्जा में निवेश करने की घोषणा की है। टाटा पावर 2030 तक 25 गीगावाट क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी कोयला और हरित ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी है। इसने 2030 तक अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता को 1 गीगावाट से बढ़ाकर 3 गीगावाट करने की योजना बनाई है।
