टाटा समूह की इंजीनियरिंग सेवा एवं उत्पाद विकास इकाई टाटा टेक्नोलॉजिज ने कहा है कि कंपनी चालू वित्त वर्ष के दौरान अपने कारोबार में 35 फीसदी से अधिक वृद्धि की उम्मीद कर रही है। कंपनी ने कहा कि वाहन क्षेत्र में सुधार से प्रेरित निवेश के बढऩे और वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कंपनियों की दीर्घावधि योजनाओंं से वृद्धि को रफ्तार मिलेगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी वारेन हैरिस ने कहा, 'हम चालू वित्त वर्ष के दौरान अपने कारोबार में 35 फीसदी से अधिक वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। इस वृद्धि के लिए तमाम कारण मौजूद हैं जिनमें पिछले साल मांग में गिरावट भी शामिल है। उसके बाद हमारे ग्राहक नए उत्पाद पर निवेश कर रहे हैं और वे अपने कारोबार के डिजिटलीकरण पर भी काफी निवेश कर रहे हैं।' कोविड-19 के प्रभाव के कारण वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का राजस्व इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 16.5 फीसदी घटकर 2,380.90 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने राजस्व के मोर्चे पर इस वित्त वर्ष के अंत तक आधा अरब डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य भी रखा है। टाटा टेक्नोलॉजिज का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहन श्रेणी में विभिन्न कंपनियों की दिलचस्पी बढऩे से चालू वित्त वर्ष के दौरान उसके कारोबारी पोर्टफोलियो को बल मिलेगा। कंपनी का ईवी प्लेटफॉर्म इलेक्ट्रिक व्हीकल मॉड्युलर प्लेटफॉर्म (ईवीएमपी) से कंपनियों की इस दिलचस्पी को काफी बढ़ावा मिल सकता है। एक आकलन के अनुसार, मूल उपकरण विनिर्माताओं के लिए लॉन्च में देरी होने के हरेक दिन की लागत करीब 10 लाख डॉलर है। ऐसे में इस प्लेटफॉर्म से इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के समय और धन में काफी बचत होगी। टाटा मोटर्स का टाटा टेक्नोलॉजिज में करीब 72 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी का एक अन्य प्रमुख शेयरधारक अल्फा टीसी होल्डिंग्स है जिसकी 9 फीसदी हिस्सेदारी है। आईपीओ संबंधी योजना के बारे में पूछे जाने पर हैरिस ने कहा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति काफी मजबूत है।
