अगले कुछ हफ्तों में होने वालीअमेरिकी फेडरल रिजर्व और भारतीय रिजर्व बैंक की बैठक से पहले बाजार एकतरफा बढ़ रहा है। बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य निवेश अधिकारी संपत रेड्डी ने पुनीत वाधवा को दिए साक्षात्कार में कहा, हमें लगता है कि बढ़ते बाजार में मुनाफावसूली की स्वाभाविक प्रक्रिया देखने को मिलेगी, लेकिन बहुत बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है जब तक कि फेडरल रिजर्व और आक्रामक कदम न उठा ले। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश... साल 2021 की बाकी अवधि के लिए बाजार को लेकर आपका क्या नजरिया है?वैश्विक स्तर पर अतिरिक्त नकदी और उदार ब्याज दरों को देखते हुए बाजार को लेकर हम आशावादी हैं। महामारी से पहले अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बकाया बैलेंस शीट का आकार दिसंबर 2019 में 4.2 लाख करोड़ डॉलर का था, जो दोगुना होकर 8.3 लाख करोड़ डॉलर हो गया है। इसी तरह महामारी से पहले यूरोपियन सेंट्रल बैंक की बैलेंस शीट का आकार 4.7 लाख करोड़ यूरो का था, जो अब 8.2 लाख करोड़ यूरो हो गया है। यह नकदी उच्च जोखिम वाले परिसंपत्ति वर्गों (भारत जैसी उभरती इक्विटी समेत) को सहारा दे रही है। हमें लगता है कि चढ़ते बाजार में मुनाफावसूली की स्वाभाविक प्रक्रिया जारी रहेगी, लेकिन बहुत ज्यादा गिरावट की आशंका नहीं है जब तक कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व और आक्रामक न हो जाए। क्या बाजार अगले कुछ महीनों में और ध्रुवीकृत हो जाएगा?हम बाजार की तेजी का स्तर और व्यापक होते हुए देख रहे हैं और लार्जकैप की ओर भी रुझान दिख रहा है, जो पहले नहीं था। एक साल में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स के मुकाबले निफ्टी का कमजोर प्रदर्शन करीब 25 फीसदी रहा है, वहीं पिछले तीन महीने में यह करीब 2 फीसदी रहा, जो संकेत देताहैकि हालिया तेजी में लार्जकैप की भागीदारी हुई है। हमें उम्मीद है कि यह जारी रहेगा और जो सेक्टर छूट गए थे वे भी भागीदारी करेंगे। इसकी वजह यह है कि कोविड से जुड़ी अनिश्चितता का बड़ा हिस्सा अब पीछे छूट गया है और निवेशकों का आत्मïिवश्वास बढ़ रहा है। आपकी राय में यहां से कौन से क्षेत्र तेजी की अगुआई करेंगे?हाल में बैंंकिंग क्षेत्र का प्रदर्शन कमजोर रहा है और 6 महीने का रिटर्न करीब 2 फीसदी रहा जबकि निफ्टी-500 इंडेक्स का करीब 17 फीसदी। इसकी मुख्य वजह पहली तिमाही में अनुमान से ज्यादा गैर-निष्पादित आस्तियां हैं। हमें उम्मीद है कि यह क्षेत्र अपना योगदान देना शुरू करेगा क्योंकि हमें लगता है कि एनपीए का दबाव घटेगा। क्या आप अपने पोर्टफोलियो के किसी एक क्षेत्र की हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं?हम पूरी तरह से निवेशित बने हुए हैं और बेहतर मौके पर निवेश के लिए हमारे पास नकदी का स्तर करीब 5 फीसदी पर सीमित है। हम व्यापक बाजार के संकेतों मसलन आय की रफ्तार, मूल्यांकन व नकदी के मानकों पर नजर रखे हुए हैं और हमारा इरादा पोर्टफोलियो के प्रबंधन को लेकर फुर्तीला बने रहने का है। अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ बाजार में तेजी का आधार व्यापक बना रहेगा। हालांकि हम आईटी व मेटल जैसे क्षेत्रों पर ओवरवेट बने हुए हैं। वाहन क्षेत्र के शेयरों पर आपका क्या रुख है?विभिन्न विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर हमारा मानना है कि यह स्थिति छह महीने बनी रहेगी, जिसके बाद बेहतर स्पष्टता सामने आएगी। खास तौर से दोपहिया वाहन निर्माताओं को इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रतिस्पर्धात्मक चुनौतियों का सामना करना होगा। इसकेचलते हम इस क्षेत्र को लेकर सतर्क हैं और मूल उपकरण विनिर्माताओं के मुकाबले वाहन कलपुर्जा कंपनियों को तरजीह दे रहे हैं।
