बायोकॉन बायोलॉजिक्स (बीबीएल) और सीरम इंस्टीट्यूट लाइफ साइंसेज (एसआईएलएस) ने टीकों, बायोलॉजिकल दवाओं और एंटीबॉडी उपचार को साथ मिलकर विकसित करने और उनके वाणिज्यीकरण के लिए एक करार किया है। बीबीएल 15 साल के लिए कोविड-19 टीका सहित अन्य टीकों की 10 करोड़ वार्षिक खुराक हासिल करने के लिए 4.9 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 15 फीसदी हिस्सेदारी एसआईएलएस को बेचेगी। टीकों के अलावा यह गठबंधन कई संक्रामक बीमारियों जैसे डेंगू, एचआईवी आदि को लक्षित करने वाली एंटीबॉडी विकसित करेगा। दोनों कंपनियां टीका एवं एंटीबॉडी के विनिर्माण एवं वितरण के लिए सेवा स्तर के समझौते (एसएलए) करेगी। भविष्य के उपचार एवं टीकों के विकास के लिए मैसेंजर आरएनए (एमआरएनए) प्लेटफॉर्म पर काम भी काम किया जाएगा।एसआईएलएस टीका बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) की सहायक इकाई है। एसआईआई एस्टाजेनेका ऑक्सफर्ड कोविड-19 टीके का उत्पादन कर रही है। इसके अलावा वह नोवावैक्स कोविड-19 टीके के अलावा अन्य टीकों का उत्पादन भी करती है। बीबीएल बायोकॉन की सहायक इकाई है। बायोकॉन और बायोकॉन बायोलॉजिक्स की कार्यकारी चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पुनावाला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस गठबंधन का दायरा शुरुआती 10 करोड़ वार्षिक खुराक से कहीं विस्तृत है।पूनावाला ने कहा, 'हमने अपनी अधिकांश क्षमता को कोविड-19 टीकों के उत्पादन में लगा दिया है। साल 2020 में हमें मोनोक्लोनल एंटीबॉडी के लिए अपनी योजनाओं को तत्काल टालने का कठिन निर्णय लेना पड़ा था। इस साझेदारी के जरिये हम बायोलॉजिक्स के क्षेत्र में भी अपने लक्ष्यों के लिए कामकाज को बरकरार रख सकते हैं।' शॉ ने भी इससे सहमति जताई। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी से बीबीएल को अतिरिक्त वृद्धि के लिए रफ्तार मिलेगी। इसके तहत कंपनी की पहुंच एसआईआई के वैक्सीन पोर्टफोलियो तक सुनिश्चित होगी जिसमें वैश्विक बाजार के लिए कोविड-19 टीका भी शामिल है। उन्होंने कहा, 'आगे चलकर इस गठबंधन को विभिन्न संक्रामक रोग के क्षेत्र में विभिन्न अवसरों को भुनाने के लिए बायोकॉन के अनुसंधान एवं विनिर्माण बुनियादी ढांचे का फायदा मिलेगा।'बायोकॉन के बायोसिमिलर पोर्टफोलियो को अमेरिका और यूरोप में पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। कंपनी अब गैर-संक्रामक बीमारियों से संक्रामक बीमारियों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। बायोकॉन इस रणनीतिक गठबंधन की मदद के उद्देश्य से संक्रामक रोग के क्षेत्र में टीका एवं बायोलॉजिक्स तैयार करने के लिए एक आरऐंडडी इकाई भी स्थापित कर सकती है।
