देश में 20 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोराना के दोनों टीके लग चुके हैं और 62 प्रतिशत आबादी कम से कम एक खुराक ले चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी। कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों टीकों के मामले में ऐंटीबॉडी कम होने का संकेत देने वाले अध्ययनों के बीच सरकार ने कहा कि बूस्टर डोज वैज्ञानिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य चर्चा का मुख्य विषय नहीं है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा, 'पूर्ण टीकाकरण कराना प्राथमिकता और नितांत आवश्यक है। ऐंटीबॉडी का स्तर प्रतिरक्षा का माप नहीं होना चाहिए।' भार्गव ने कहा कि टीके सेलुलर या यूकोसल प्रतिरक्षा उत्पन्न कर सकते हैं, न कि केवल ऐंटीबॉडी संबंधित प्रतिरक्षा।देश में कोविड टीकों की लगभग 77 करोड़ खुराक लग चुकी है। प्रतिदिन 74 लाख से अधिक खुराक के साथ औसत टीकाकरण अब तक सितंबर में सर्वाधिक रहा है, जो अगस्त में दी गई लगभग 60 लाख की औसत दैनिक खुराक से अधिक है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि निजी क्षेत्र के लिए टीकों का कोई निर्धारित कोटा नहीं है और निजी अस्पतालों के लिए 25 प्रतिशत आवंटन टीकों की वह सांकेतिक मात्रा है, जो उन्हें उपलब्ध कराई जाएगी। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, 'अगर निजी क्षेत्र निर्धारित प्रतिशत की खरीद या उपयोग करने में असमर्थ रहता है, तो जो भी कमी होगी, उसकी खरीद सरकार द्वारा की जाएगी। देश में जो भी उत्पादन किया है, उसका इस्तेमाल जरूरी किया जाना चाहिए।'सरकार ने न्यूयॉर्क टाइ स की उस रिपोर्ट की भी आलोचना की है, जिसमें कहा गया है कि आईसीएमआर ने दूसरी लहर का जोखिम दिखाने वाले आंकड़ों को दबा दिया है। न्यूयॉर्क टाइ स की रिपोर्ट में कहा गया है 'उन्होंने वैज्ञानिकों पर एक और अध्ययन वापस लेने के लिए दबाव डाला, जिसने सरकार के प्रयासों पर सवाल खड़े किए हैं और उस एजेंसी को तीसरे अध्ययन से हटा दिया, जिसने दूसरी लहर का पूर्वानुमान लगाया था।' इस रिपोर्ट को भड़काऊ और ध्यान आकृष्टï करने वाली बताते हुए भार्गव ने कहा कि इसे ऐसे समय में प्रकाशित किया गया है, जब भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और टीकाकरण की सं या बहुत बढिय़ा है। उन्होंने कहा, 'उठाए गए सभी मसले खत्म हो चुके हैं, जो ध्यान देने योग्य नहीं है।'भूषण ने कहा कि सरकार की सारी ऊर्जा महामारी से लडऩे में लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि हम उन चीजों से विचलित नहीं हो सकते, जिन पर बाद में ध्यान दिया जा सकता है और जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से प्राथमिकता न हो।देश के 32 जिले अब भी पांच से 10 प्रतिशत के बीच संक्रमण की साप्ताहिक दर की सूचना दे रहे हैं और 34 जिले 10 प्रतिशत से भी अधिक की दर बता रहे हैं। सरकार ने लोगों को यात्रा करते समय या आने वाले त्योहार मनाते समय जि मेदारी से काम लेने और दोहरा टीकाकरण सुनिश्चित करने की सलाह दी है। केरल, जहां देश के सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं, सहित अब तक 10 राज्य अपनी पात्र आबादी के 85 प्रतिशत से अधिक को कोविड का एक टीका दे चुके हैं।
