प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अभी तक अलीगढ़ का नाम तालों के लिए जाना जाता था जिससे घरों और दुकानों की रक्षा होती है लेकिन अब 21वीं सदी में अलीगढ़ हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा करने वाले उत्पादों के निर्माण के लिए भी जाना जाएगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत एक रक्षा आयातक की छवि से उबर रहा है और रक्षा निर्यातक की एक नई पहचान की ओर बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे (डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर) के अलीगढ़ नोड के प्रदर्शनी मॉडल का दौरा करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज देश ही नहीं दुनिया भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, ड्रोन, युद्धपोत तक भारत में ही बनाए जा रहे हैं। डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड में दुनिया की बेहतरीन मिसाइल में से एक ब्रह्मोस का निर्माण भी प्रस्तावित है। इसके लिए अगले कुछ सालों में 9,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। झांसी नोड में एक और मिसाइल निर्माण से जुड़ी बहुत बड़ी इकाई लगने का प्रस्ताव है। उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर ऐसे ही बड़े निवेश और रोजगार के अवसरों को लेकर आ रहा है।' रक्षा गलियारे के जिस अलीगढ़ नोड का प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया है वहां अपनी इकाई लगाने वाली 19 कंपनियों को अब तक जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब कंपनियां अलीगढ़ नोड में 1,245 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने 21 फरवरी, 2018 को लखनऊ में उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए राज्य में एक रक्षा औद्योगिक गलियारा स्थापित किए जाने की घोषणा की थी। इसके तहत छह नोड-अलीगढ़, आगरा, कानपुर, चित्रकूट, झांसी एवं लखनऊ बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ के तालों और हार्डवेयर को एक नई पहचान दिलाने का काम किया है। इससे युवाओं के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएमसएमई) क्षेत्र में नए अवसर तैयार हो रहे हैं। अब रक्षा उद्योग के जरिये यहां के मौजूदा उद्यमियों को विशेष लाभ होगा। छोटे उद्यमियों के लिए भी रक्षा कॉरिडोर का अलीगढ़ नोड नए अवसर पैदा करेगा। उन्होंने कहा, 'डेढ़ दर्जन रक्षा निर्माण कंपनियां सैकड़ों करोड़ रुपये के निवेश से हजारों नौकरियों का सृजन करेंगी। रक्षा गलियारे के अलीगढ़ नोड में छोटे हथियारों, ड्रोन और एयरोस्पेस से संबंधित उत्पादों के निर्माण में मदद करने के लिए नए उद्योगों की स्थापना हो रही है। इससे अलीगढ़ और आसपास के इलाकों को नई पहचान मिलेगी।' प्रधानमंत्री ने राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर बनने वाले विश्वविद्यालय का भी शिलान्यास किया। राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने विदेश में आजाद भारत की निर्वासित सरकार का गठन किया था।
