भारत और ब्रिटेन ने दोनों देशों के बीत 1 नवंबर, 2021 से व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने की योजना बनाई है। दोनों देश अगले साल मार्च तक एक अंतरिम व्यापार समझौते पर विचार कर रहे हैं। उसके बाद समग्र मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) होगा। अंतरिम समझौते में कुछ उच्च प्राथमिकता वाले उत्पाद व सेवाओं पर शुरुआती छूट दिया जाना और बाजार तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करना शामिल होगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अंतरिम व्यापार समझौता मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में पहला कदम है। उन्होंने कहा कि इससे दोनोंं देशों को साझेदारी से तत्काल फायदा उठाने में मदद मिलेगी। सोमवार को ब्रिटिश वाणिज्य मंत्री लिज ट्रूस के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गोयल ने इन मसलों पर चर्चा की। साझा हितों की कुछ सेवाओं को अंतरिम समझौते में आवेदन पेशकश के माध्यम से शामिल किया जा सकता है, जिसमें भारत प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को शामिल कर सकता है, जिससे तत्काल लाभ हो। गोयल ने कहा, 'अगर जरूरी हुआ तो हम नर्सिंग और आर्किटेक्चर सेवाओं जैसी कुछ चुनिंदा सेवाओं को लेकर आपस में समझौता कर सकते हैं।' एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित एफटीए से कारोबार के असाधारण अïवसर की राह खुलने और नौकरियों के सृजन की उम्मीद है। दोनों पक्षों ने ऐसे तरीके से कारोबार बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्धता तजाई है, जिसे सभी को लाभ हो सके।
