आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) आज कहा कि उसने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के घोरबुरहानी-सगासाही लौह अयस्क खान में परिचालन शुरू कर दिया है। करीब 139.165 हेक्टेयर क्षेत्र में विस्तृत इस लौह अयस्क खान में करीब 9.861 करोड़ टन भंडार होने का अनुमान है। यह खान खनिज नीलामी नियम, 2015 के तहत नीलाम होने वाली पहली खान है। इस कैप्टिव खान से चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान 20 लाख टन उच्च गुणवत्ता वाले लौह अयस्क का उत्पादन होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा है कि उत्पादन को धीरे-धीरे बढ़ाकर 71.6 लाख टन प्रति वर्ष किया जाएगा। शुरुआत में लगभग 600 लोगों केप्रत्यक्ष रोजगार और लगभग 2,500 लोगों के अप्रत्यक्ष रोजगार के साथ इसका परिचालन होगा। यहां से उत्पादित लौह अयस्क की आपूर्ति दबुना के बेनिफिसिएशन संयंत्र में की जाएगी जहां से उसे पारादीप पेलेट संयंत्र तक पहुंचाया जाएगा।इस महीने की शुरुआत में एएम/एनएस इंडिया ने ओडिशा में दूसरे 60 लाख टन के पेलेट संयंत्र को चालू किया था जिससे पारादीप कॉम्प्लेक्स में 1.2 करोड़ टन की क्षमता दोगुनी हो गई है। एएम/एनएस इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी दिलीप ओमन ने कहा कि यह कच्चे माल की आत्मनिर्भरता के लिए किए जा रहे प्रयासों को मजबूती देता है। उन्होंने कहा कि आर्सेलरमित्तल के पास खान परिचालन का उल्लेखनीय अनुभव है जो दुनिया भर में इस्पात विनिर्माण कारोबार को आगे बढ़ाता है।
