किसानों के नए सिरे से प्रदर्शन के बीच केंद्र सरकार ने आज आगामी विपणन सीजन के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्घि की घोषणा कर दी। नए विपणन सीजन का आरंभ मार्च 2022 से होगा। केंद्र सरकार ने दलहन और तिलहन की फसलों के एमएसपी में सबसे अधिक इजाफा किया है जबकि सबसे कम वृद्घि गेहूं के एमएसपी में हुई है। संयोग से रबी सीजन में सबसे अधिक पैदावार गेहूं की ही होती है। सरकार की ओर से एमएसपी में यह वृद्घि सरकार के उस रुख के अनुरूप है जिसके तहत उसने तिलहनों और दलहनों की खेती के लिए किसानों को बढ़ावा देने और गेहूं तथा धान की खेती को कम करने के लिए किसानों समझाने की बात कही है। सरकार ने यह रुख इसलिए अपनाया है कि तिलहन और दलहन की पैदावार को बढ़ाकर देश में इसकी मांग को पूरा किया जा सके और पहले ही प्रचुर मात्रा में उपलब्ध गेहूं और धान की खेती से किसानों का ध्यान हटाया जा सके।विपणन सीजन 2022-23 के लिए गेहूं के एमएसपी में 2.03 फीसदी का इजाफा किया गया है जो कि पिछले कई वर्षों के दौरान की गई वृद्घि में सबसे कम है। 2021-22 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,975 प्रति क्विंटल था जिसे बढ़कर अब 2,015 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। मसूर और सरसों के एमएसपी में 2021-22 के मुकाबले 7.84 फीसदी और 8.60 फीसदी की वृद्घि की गई है। रबी की अन्य फसलों की बात करें तो चने का एमएसपी 2.55 फीसदी बढ़ाकर 2021-22 के 5,100 रुपये से बढ़ाकर 5,230 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
